आम या ख़ास कौन होगा अबकी बार मेरा मेहमान ।मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओकओवर के ऐतिहासिक भवन को एकबार फिर इंतज़ार।हर पाँच साल बाद राजितिक दलों के सीएम के ठाठ सँभालता है ये ओक ओवर भवन।इस बार भी टकटकी लगाए है ये और नेताओं ,कार्यकर्ताओं,जनता के बीच बना है इन दिनों आकर्षण का केंद्र।हर कोई अपने चहेते विजयी नेता को बैठाना चाहता है यहाँ।

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मनजीत नेगी/ IBEX NEWS ,शिमला।

वर्ष 1985 से अब तक हिमाचल प्रदेश में हर पांच साल पर सरकार बदल जाती है। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार भी ये ट्रेंड बरकरार रहता है या फिर भाजपा सरकार में वापसी करके इस ट्रेंड को तोड़ देगी? क्या फिर कांग्रेस बीजेपी का ताज छीनने में कामयाब होगी ख़ैर ये 8 दिसंबर को स्पष्ट हो ही जायेगा।

प्रदेश और देश की सता के गलियारों के बीच राजधानी शिमला के मध्य बसा ये ओकओवर का ऐतिहासिक भवन हर बार राजनीति के अखाड़े का मुख्य केंद्र बनता है। हर कोई बड़ा से बड़ा नेता इस भवन के सपने संजोए बैठा है और इस सपनों के महल तक हर कोई पहुँचना चाहता है ।

12 दिसंबर को हुए विधानसभा चुनाव की मतगणना वीरवार को है और ओकओवर के भवन का नक़्शा हिमाचल के हर ख़ास और आम के जहन में आज आकर्षण का केंद्र होगा।हर कोई अपने चहेते विजयी नेता जी यहाँ बैठाना चाहता है।

हर बार हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का सरकारी निवास ओकओवर इस बात का गवाह बनता रहा है कि पाँच साल बाद कोई क्या चेहरा यहाँ सीएम के रूप में दस्तक देगा और एक बार फिर आज ये मुख्यमंत्री की बाट जोह रहा है ।

इतने मुख्यमंत्रियों के चेहरे देख चुका है ओक ओवर।

स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने खुद कभी भी इस आवास में रात्रि ठहराव नहीं किया लेकिन अन्य सभी मुख्यमंत्री यहां ठहरे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस परमार, रामलाल ठाकुर, शांता कुमार, प्रेम कुमार धूमल यहां ठहर चुके हैं। हालांकि, डॉ. परमार और रामलाल ठाकुर थोडे़-थोडे़ वक्त के लिए ही यहां ठहरे।मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी पुरे कार्यकाल में यहाँ ठहरे हैं ।आगे कौन यहाँ का राजा होगा ? एक्सिटपोल में बताए गेट अनुमान और दलों के कार्यकर्ताओं ,आम जनता के बीच चर्चा का दौर जारी है ।

चुनाव में 412 प्रत्याशी मैदान में थे। भाजपा और कांग्रेस ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, जबकि आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी भी मैदान में है ।

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