IBEX NEWS, शिमला।
हिमाचल प्रदेश ज़िला काँगड़ा के धर्मशाला के तपोवन में चौहदवीं विधानसभा का शीत सत्र आज 11 बजे से प्रारंभ हो रहा है। सत्र में हंगामे के पूरे आसार है।तीन सप्ताह बाद भी सतापक्ष कैबिनेट गठन न कर पाने को लेकर विपक्ष के निशाने पर रहेगा।पहली बार बिना कैबिनेट मंत्रियों के शीतकालीन सत्र चलने जा रहा है। मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री होंगे ये भी हिमाचल के राजनीति के इतिहास में पहली मर्तबा होगा।तीन दिन चलने वाले इस सत्र में पहले दिन प्रो टेम स्पीकर चंद्र कुमार विधायकों को शपथ दिलायेंगे।
कल यानी पाँच जनवरी को स्थाई सभापति का चयन होना है। इसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण होगा।उसके बाद विधायक गण अभिभाषण पर चर्चा करेंगे।6 जनवरी को विधायी शासकीय कार्य के बाद अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुतीकरण,चर्चा व प्रस्ताव पारित होना है।
इस बीच सता पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव होने के आसार हैं ऐसे में जब हिमाचल प्रदेश में चुनावी माहौल अभी भी ठंडा नहीं हुआ है । विपक्ष पर अभी तक हार न पचा पाने को लेकर सरकार के हौसले बुलंद हैं।पूर्व सीएम के आँसुओं पर डेप्युटी सीएम पहले ही चुटकी ले चुके है कि हार नहीं पच रही हैं और कई विपक्षी मंच पर रो रहे हैं।
सीएम ने धर्मशाला ने आभार रैली के दौरान विपक्ष को घेरा कि हिमाचल में जॉब्स अब ऑन सेल नहीं है और अधीनस्थ चयन सेवा आयोग को निरस्त कर सरकार पूरे मामले पर सख़्ती के संदेश दे चुकी है। अब निराश्रित और ग़रीबों की भलाई के लिए कोई कोर कसर नहीं रखी जाएगी।
उधर विपक्ष भी सत्र में सरकार को घेरने के लिए तीर तरकश में तेज़ किए है कि सैंकड़ों संस्थानों को कैसे बंद किया गया?सीमेंट उद्योगों पर सरकार सुस्त रवैया क्यों अपना रहीं है?
ओपीएस दस दिन के भीतर देने वाली दस गारंटियों पर अभी तक कुंडली मारे कांग्रेस सरकार बैठी हैं। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान बीजेपी सता पक्ष को इन मुद्दों को लेकर भुना सकती हैं।