IBEX NEWS.शिमला।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल को बधाई देने सोलन के वरिष्ठ नेता एवम् सचिवालय से क्लासवन पोस्ट से सेवानिवृत्त पलकराम कश्यप, अमृता व अनेकों कार्यकर्ता पहुँचे।इस दौरान उनके कार्यालय के बाहर लंबी कतारे लगी रही।
शांडिल को विजयी बनाने में सोलन ज़िला के इन नेताओं की अहम भूमिका रही है।स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के करीबी रहे पलक राम कश्यप सोलन से कांग्रेस की सीट से दमदार दावेदार रहे हैं टिकट धनिराम शांडिल को मिलने के बाद इन्होंने भरपूर समर्थन किया।आज मंत्री धनिराम शांडिल को बधाई देने पहुँचे और उन्होंने गर्मजोशी से स्वागत किया।
इस अवसर पर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खु और शिलाई से मंत्री बने हर्षवर्धन चौहान से भी मिलकर बधाई दी।लंबी कतारे सचिवालय गलियारे में लगी रही और नेताओं के लिए ज़िंदाबाद के नारे लगाये
कर्नल धनीराम शांडिल का जन्म सोलन जिला की कंडाघाट तहसील के बशील गांव में स्वर्गीय नारायणु राम शांडिल के घर 20 अक्तूबर 1940 को हुआ। इन्होंने एमए, एमफिल एवं पीएचडी की उपाधि प्राप्त की है। इनके एक बेटा और दो बेटियां हैं। यह राजनेता एवं सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रहे हैं।
इन्होंने सशस्त्र बलांे में वर्ष 1962-1996 तक अपनी सेवाएं प्रदान कीं और कर्नल के पद से सेवानिवृत्त हुए।
वर्ष 1999 में यह हिमाचल विकास कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में 13वीं लोकसभा के लिए बतौर सांसद चुने गए। वर्ष 2004 में यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में 14वीं लोकसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए।
अप्रैल 2011 से सितंबर 2013 तक यह मिजोरम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी और कांग्रेस कार्यकारी समिति के सदस्य रहे।
दिसंबर 2012 मेें यह हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए और 25 दिसंबर 2012 से 21 दिसंबर 2017 तक इन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री के रूप में कार्य किया। दिसंबर 2017 में 13वीं विधानसभा के लिए यह दूसरी बार चुने गए और कल्याण, लोक प्रशासन एवं आचार नीति समितियों के सदस्य रहे। दिसंबर 2022 में 14वीं विधानसभा के लिए पुनः विधायक चुने गए।और सुखविंदर सिंह सुक्खु की सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाये गये हैं।