IBEX NEWS,शिमला।
प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि सरकार द्वारा क्षमता निर्माण आयोग का गठन किया गया है।
इस आयोग के अध्यक्ष प्रधान सलाहकार (प्रशिक्षण एवं वित्त लेखा), सचिव (कार्मिक), सचिव (ग्रामीण विकास), सचिव (वन), सचिव (स्वास्थ्य), सचिव (सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता), सचिव (प्रशिक्षण) तथा हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम के प्रबंध निदेशक तथा हिमाचल प्रदेश लोक प्रशासन संस्थान के निदेशक आयोग के सदस्य सचिव होंगे।
प्रवक्ता ने बताया कि आयोग का कार्य विभागों में प्रशिक्षण का समन्वय और उसकी प्रगति की निगरानी करना होगा। यह ग्रामीण विकास, महिला एवं बाल विकास, कौशल विकास निगम, वन, तकनीकी शिक्षा एवं कृषि विभाग में प्रशिक्षण का अनुमोदन एवं अनुश्रवण भी करेगा।
उन्होंने बताया कि आयोग राज्य में बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं (ईएपी) में प्रशिक्षण पहलुओं की निगरानी करने के साथ-साथ दस्तावेजों तथा भारत सरकार, राज्य सरकार एवं हितधारकों की सर्वोत्तम सफलताओं की कहानियों को साझा भी करेगा। आयोग क्षमता निर्माण पर विचार विमर्श के उपरांत नीतियों और पहलुओं के दृष्टिगत राज्य सरकार को सिफारिश भी करेगा।
प्रवक्ता ने बताया कि संबंधित विभागों, निगमों के निदेशक, प्रबंध निदेशक, क्षमता निर्माण आयोग के समक्ष प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण से संबंधित अपने प्रस्ताव लाना भी सुनिश्चित करेंगे।
बॉक्स
पश्चवर्ती देखभाल केन्द्र अधिसूचित
प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के अन्तर्गत दो पश्चवर्ती देखभाल (आफ्टर केयर) केन्द्र स्थापित करने की अधिसूचना जारी की है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तहत शिमला के टूटीकंडी में महिलाओं के लिए तथा सोलन जिला के अर्की में पुरुषों के लिए यह केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।
अधिसूचना के अनुसार मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के अन्तर्गत इन देखभाल केन्द्रों में देखभाल, संरक्षण और पुनर्वास की आवश्यकता वाले 21 से 27 वर्ष तक के अनाथ व्यक्तियों अथवा उनके विवाह तक निःशुल्क ठहरने की सुविधा प्रदान की जाएगी। इन केन्द्रों में आवासियों को वस्त्र, स्वास्थ्य व शिक्षा सुविधा भी उपलब्ध करवाई जाएगी।
बॉक्स
एआईसीसी के प्रवक्ता और सचिव ने मुख्यमंत्री से भेंट की
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह और सचिव एवं पंजाब के पूर्व मंत्री विजय इंद्र सिंगला ने आज यहां मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट की। उन्होंने राज्य के विभिन्न विकासात्मक मुद्दों पर चर्चा की।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उन्हें हिमाचली टोपी और शॉल भेंट कर सम्मानित किया।