कर्नल रणवीर सिंह जम्वाल के नेतृत्व में टीम 22 मई 2को दोपहर 02:50 बजे शिखर पर पहुंची। टीम 22 मई 2 को शाम 07:55 बजे बेस कैंप में और अंत में 24 मई की शाम को रोड हेड गांव नाको पहुंची।
मनजीत नेगी/IBEX NEWS,शिमला
राष्ट्रीय पर्वतारोहण और साहसिक खेल संस्थान (निमास) के अनुभवी पर्वतारोहियों की एक टीम ने हिमाचल के ज़िला किन्नौर के नाको में सबसे ऊँचे माउंट रियो पुर्जिल (6819 मीटर) शिखर को फ़तह करने की बड़ी कामयाबी हासिल की है।टीम NIMAS को पहाड़ी उपकरणों और राशन को मैन पैक पर ले जाना पड़ा क्योंकि देर से हुई बर्फबारी के कारण खच्चर बेस कैंप तक नहीं पहुँच सके। टीम ने शिखर पर पहुंचने से पहले 5417 मीटर और 6170 मीटर की ऊंचाई पर दो उच्च शिविर लगाए और एक नया इतिहास रच कर मुक़ाम अपने नाम कर लिया।
11 मई 2023 को टीम हर शिखर तिरंगा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के नाको गांव में हिमाचल प्रदेश की सबसे ऊंची चोटी रेओ पुरगिल पर चढ़ाई करने पहुंची थी।
बर्फीले चट्टानी इलाके में 18 घंटे की शानदार चाल में शिखर सम्मेलन हासिल किया ।कर्नल रणवीर सिंह जम्वाल के नेतृत्व में टीम 22 मई को दोपहर 02:50 बजे शिखर पर पहुंची। टीम 22 मई को शाम 07:55 बजे बेस कैंप में और अंत में 24 मई की शाम को रोड हेड गांव नाको पहुंची।
शांता कुमार नेगी, पार्षद पूह ब्लॉक, गौरव- महाप्रबंधक लेक व्यू होटल, नवांग – एक साहसिक उत्साही और कई अन्य जैसे प्रमुख सदस्यों सहित नाको के ग्रामीणों द्वारा टीम का स्वागत किया गया।
हर शिखर तिरंगा (HST) एक अनूठी साहसिक खोज है जिसका पहले कभी प्रयास नहीं किया गया है।
इस कठिन प्रयास में अरुणाचल प्रदेश के दिरांग में स्थित राष्ट्रीय पर्वतारोहण और साहसिक खेल संस्थान (निमास) के अनुभवी पर्वतारोहियों की एक टीम ने पहले ही सात उत्तर पूर्वी राज्यों के सबसे ऊंचे पहाड़ों को फतह कर लिया है और अब हिमाचल प्रदेश से सबसे ऊंची चढ़ाई की यात्रा शुरू की है। भारत के हर राज्य में चोटी/बिंदु ,दक्षिण ज़ांस्कर रेंज के रेओ पुर्गिल भाग में पिछले 5 दशकों में केवल 3 रिकॉर्ड सफल शिखर चढ़ाई हुई है। इसकी अत्यधिक तकनीकी चुनौतियों और बड़े बोल्डर और बर्फ के मिश्रण सहित कठिन ढाल के कारण पहाड़ बहुत कम ही प्रयास किया जाता है। पिछले 10 वर्षों में केवल दो अभियान पहाड़ पर बिना किसी सफलता के आए हैं।
हिमाचल प्रदेश से टीम अब एक और दुर्जेय पर्वत – कामेट (7756 मीटर) के लिए उत्तराखंड जा रही है।