IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश में रिकॉर्डतोड़ बारिश के बाद आज से हल्की राहत के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार, अगले 72 घंटे तक वेस्टर्न डिस्टरबेंस थोड़ा कमजोर पड़ेगा। प्रदेश के अधिकांश इलाकों में 6 जून तक धूप खिलने के आसार हैं। मगर, 7 जून से दोबारा बारिश का पूर्वानुमान है।
हिमाचल प्रदेश में मई में मौसम ने कई रिकॉर्ड तोड़े। इस बार मई में सामान्य से 84 फीसदी अधिक बारिश हुई। वर्ष 2004 के बाद तीसरी बार मई में सामान्य से अधिक बारिश हुई। मई में छह बार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ।मई में मौसम पहले ही कई रिकॉर्ड तोड़ चुका है। शिमला में मई की बारिश ने 36 साल का रिकॉर्ड तोड़ा है। इस वर्ष मई में शिमला में 177.4 मिलीमीटर बारिश हुई। इससे पहले वर्ष 1987 में 250.3 मिलीमीटर बारिश हुई थी।
उधर, मई में धर्मशाला में पहली बार सबसे कम न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अक्सर लोग गर्मियों में बारिश को तरसते थे, मगर इस बार पहाड़ों पर लोग धूप के लिए तरस रहे हैं।
अधिक ऊंचे क्षेत्रों में तो सर्दी से बचने के लिए अलाव जलाने तक की नौबत आ गई है। बेमौसम बारिश-बर्फबारी व ओलावृष्टि से प्रदेश के अधिकांश शहरों का तापमान नॉर्मल से 15 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है। मंडी शहर के तापमान में सबसे ज्यादा 15 डिग्री की कमी आई है और यहां का पारा 20.0 डिग्री तक गिर गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार मई में शिमला और भुंतर में पिछले 30 वर्षों में सबसे अधिक वर्षा दर्ज की गई।
वहीं, सोलन में 157.3 मिलीमीटर और कांगड़ा में 189.8 मिलीमीटर सबसे अधिक मासिक वर्षा दर्ज की गई। वहीं, धर्मशाला में सबसे कम न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम के बिगड़े मिजाज के चलते इस बार जून में भी दिसंबर जैसी ठंड महसूस हो रही। अभी तक भी लोगों के गर्म कपड़े नहीं उतरे हैं।
मौसम विभाग ने प्रदेश के कई भागों में 6 जून तक मौसम खराब रहने के आसार जताए हैं। इस दौरान कुछ भागों में बारिश व ऊंची चोटियों पर हल्की बर्फबारी हो सकती है। 4 व 5 जून को मैदानी भागों में मौसम साफ रहने के आसार हैं।