IBEX NEWS,शिमला ।
हिमाचल की सुक्खू सरकार के दो मंत्री दिग्गज मंत्री आमने-सामने आ गए। उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बयान को बचकाना और गलत बता डाला।
दरअसल, PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने बीते कल कुल्लू में कहा कि बयास किनारे अवैध खनन के कारण नदी का रुख बदला है। इस वजह से भी ब्यास ने कहर बरपाया है। उन्होंने अवैध खनन को भी इस त्रासदी का बड़ा कारण बताया था।
विक्रमादित्य सिंह ने इससे जुड़ा एक पोस्ट भी अपने फेसबुक पर भी शेयर किया था। इसमें भी उन्होंने कहा था कि कुल्लू में आई बाड़ का एक बड़ा कारण अवैध खनन है, जिस पर कार्रवाई होनी चाहिए। इसे लेकर वह मुख्यमंत्री से भी बात करेंगे।
उद्योग मंत्री ने कुल्लू में अवैध खनन की बात को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि हैवी रेनफॉल के कारण कुल्लू में तबाही हुई है। ब्यास के किनारे माइनिंग लीज व क्रशर नहीं है। रिवर बेड के 100 मीटर क्षेत्र में माइनिंग की अनुमति नहीं दी जाती। PWD मंत्री का यह बयान उद्योग मंत्री को नागवार गुजरा।दोनों मंत्री के इस बयान के बाद चर्चा शुरू हो गई कि क्या सरकार के मंत्रियों में आपस में ही तालमेल नहीं बन पा रहा है।
निर्माण के लिए बनानी पड़ेगी पॉलिसी- चौहान
हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि निकट भविष्य के लिए निर्माण को लेकर पॉलिसी बनानी पड़ेगी, क्योंकि ये नुकसान रिवर बेड के दोनों कोने में ज्यादा हुआ है। पॉलिसी में रिवर बेड के कुछ क्षेत्र में निर्माण रोकना होगा, ताकि भविष्य में इस तरह के नुकसान से बचा जा सके।