IBEX NEWS,शिमला।
शिमला में एक और हादसा हुआ है।न्यू स्लाटर हाउस कृष्णानगर के पास भारी भूस्खलन हुआ है। 30 से 40 घरों पर बुरा असर पड़ा है।लालपानी से उपर ये भूस्खलन हुआ है। कई घर जमीदोज़ हुए है।रेस्क्यू टीम मौके के लिये रवाना हुई है। संबंधित इलाक़े की पार्षद ने बचाव के लिए गुहार लगाई है।शिमला थर्ड बटालियन टीम ने मौके पर मोर्चा सम्भाल लिया है।शाम सवा पाँच बजे के आस पास ये हादसा पेश हुआ बताया जा रहा है। राजधानी एक बार फिर चीखो पुकार से गूंज उठी है । शिमला के कृष्णागर में स्लाटर हाउस जमीदोज हो गया है। इसमें कुछ लोगों के दबे होने की भी सूचना है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इसकी कोई पुष्टि नहीं कर रहा है।स्लाटर हाउस के पीछे बड़ा पेड़ गिरा। इसके बाद स्लाटर हाउस गिरा। तीन मंजिला स्लाटर हाउस गिरने के बाद पहाड़ी पर बने तीन-चार घरों को भी खतरा पैदा हो गया है। इससे स्थानीय लोग दहशत में आ गए है। यह स्लाटर हाउस शिमला नगर निगम का है।कृष्णानगर में पहले भी कई बार इस तरह के हादसे होते रहे है, क्योंकि यह कॉलोनी नाले के साथ बनी हुई है।
जबकि अभी बालूगंज के शिव बावड़ी मंदिर से लाशें मिलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार (15 अगस्त) को यहां से एक और बॉडी मिली। मंदिर से अब तक 12 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं।
शिव बावड़ी मंदिर में अभी भी 10 से 12 लोगों के दबे होने की आशंका है। उनके परिजन मोबाइल में फोटो लेकर मंदिर के आसपास भटक रहे हैं। बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) की जेसीबी से मंदिर की उस बावड़ी को खोज लिया गया है, जहां लोगों के दबे होने की आशंका है। NDRF, SDRF, पुलिस और सेना के जवान मलबा हटाने में जुटे हैं।इस लैंडस्लाइड में स्थानीय निवासी पवन शर्मा और संतोष का पूरा परिवार दब गया। उनके परिवार के 7 लोग यहां दब गए थे। चार शव परिवार के निकाले जा चुके है। बाकी अभी भी लापता हैं। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, पवन अपनी पत्नी संतोष बेटे-बहू और 3 पोतियों के साथ शिव मंदिर पोती के जन्मदिवस की पूजा करवाने गए थे । साथ में पड़ौसी परिवार भी इस पूजा में शामिल होने गया था कि इसी दौरान हादसा हो गया। इनमें से पवन, उनके बेटे और पोते का शव बरामद हो चुका है।वही शिमला के फागली में मलबे के बीच से जिंदा बची लड़की का एक वीडियो सामने आया है। SSB के जवानों ने घटना के 5 घंटे बाद लड़की को रेस्क्यू किया था। फागली में सोमवार (14 अगस्त) सुबह साढ़े 7 बजे घर पर हुए लैंडस्लाइड में 2 परिवारों के 10 लोग दब गए थे। इनमें से पांच को 5 घंटे रेस्क्यू के बाद निकाला गया, जबकि 5 की मौत हो गई थी।