मुझे मेरा लाड़ला सही सलामत ला दे कोई। और कुछ नहीं चाहिए इस भगवान से भी।पांच दिन हो गए, मेरे लाडले को जल्दी सुरक्षित घर भेज दो।

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उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे बल्ह घाटी के सिध्याणी पंचायत के बंगोट गांव के विशाल की मां उर्मिला के रो तो कर बुरे हाल।

IBEX NEWS,शिमला।

मुझे मेरा लाड़ला सही सलामत ला दे कोई। और कुछ नहीं चाहिए इस भगवान से भी।पांच दिन हो गए, मेरे लाडले को जल्दी सुरक्षित घर भेज दो, बार-बार रोने का मौका मत दो। रुंधे गले से यह बात उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे बल्ह घाटी के सिध्याणी पंचायत के बंगोट गांव के विशाल की मां उर्मिला ने के रोकर बुरे हाल है।उर्मिला का बस एक ही कहना है कि उसके बच्चे को सुरक्षित घर भेज दो, बाकी उसे कुछ नहीं चाहिए।

बच्चे को सलामत देखना चाहती हैं। सिध्याणी पंचायत बंगोट गांव में विशाल के घर रिश्तेदारों को लगातार आना जारी है। हर कोई मां को बेटे के सही सलामत घर पहुंचने का ढांढस बंधा रहे हैं। सभी परिजन विशाल की सलामती की दुआ मांग रहे हैं।

घर पर रिश्तेदारों के आने का सिलसिला जारी है और सभी यही कामना कर रहे हैं कि विशाल सुरक्षित बाहर निकल आए। लेकिन पांच दिन बीत जाने के बाद भी लोगों को बाहर न निकाले जाने को लेकर परिजनों में सरकार के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है। परिजनों से सरकार से मांग उठाई है कि राहत कार्यों में तेजी लाई जाए और अंदर फंसे लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर निकाला जाए।

विशाल के मामा परमदेव ने बताया कि उत्तरकाशी में विशाल का बड़ा भाई योगेश और पिता धर्म सिंह घटनास्थल पर मौजूद हैं। उनसे बात करके वहां की जानकारी ली जा रही है। लेकिन वहां पर भी लोगों को राहत कार्यों की ज्यादा जानकारी नहीं मिल रही है। इस कारण परिवार की चिंता और ज्यादा बढ़ रही है। बता दें कि विशाल दीपावली से पहले घर आया था और छुट्टी काटकर वापस काम पर लौटा था।वहीं, योगेश दीपावली के दौरान घर आया हुआ था। जैसे ही योगेश को इस हादसे की सूचना मिली तो वह तुरंत अपने पिता के साथ घटनास्थल के लिए रवाना हो गया। तब से लेकर अब तक दोनों ही वहां पर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। दोनों की विशाल से लगातार बातचीत हो रही है। विशाल के पिता धर्मसिंह, भाई योगेश मौके पर मौजूद हैं, अब चाचा भी वहां रवाना हो गए हैं है।उत्तराखंड के उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे विशाल ने बीती रात 12 बजे उसके भाई योगेश से बातचीत की। योगेश ने बताया कि विशाल ने बातचीत में बताया कि वह ठीक है, लेकिन पांच दिन बीतने पर भी रेस्क्यू न होने पर चिंता जताते हुए कहा कि आखिरकार देरी क्यों हो रही है।

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