शिमला के संजौली में मस्जिद विवाद के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को प्रदेश सचिवालय में सर्वदलीय मीटिंग की।

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आपसी सौहार्द व भाईचारा बनाए रखने के लिए विभिन्न दलों के सुझाव लिए गए और एक प्रस्ताव पास किया गया।CM सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा, मीटिंग प्रस्ताव पारित किया गया कि हम सभी सहमत है कि हिमाचल शांतिपूर्वक राज्य है। यहां हमेशा आपसी सदभाव रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि आपसी भाईचारा बना रहे। प्रदेश टूरिज्म स्टेट है

IBEX NEWS,शिमला।

हिमाचल प्रदेश में धार्मिक सौहार्द भाव बनाए रखने के लिए प्रदेश सचिवालय शिमला में शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक का अयोजन हुआ है । मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया है कि विधानसभा अध्यक्ष से एक संयुक्त समिति गठित करने का अनुरोध किया गया, जो पूरे प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर्स के लिए नीति बनाने का काम करेगी। शिमला में संजाैली  विवाद का कानूनी हल निकाला जाएगा। बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, भाजपा से रणधीर शर्मा, माकपा नेता राकेश सिंघा, आप के प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर व स्थानीय विधायक हरीश जनारथा उपस्थित रहे हैं।

आज शिमला स्थित सचिवालय में सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें वर्तमान परिस्थितियों के हर पहलू पर गहन और सार्थक चर्चा हुई।
हम सभी एकमत हैं कि हिमाचल प्रदेश की पहचान उसके शांतिपूर्ण माहौल और आपसी सद्भाव में निहित है। हमें इस आपसी भाईचारे और सामाजिक ताने-बाने को मजबूत बनाए रखना है
:सीएम

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य में मौजूद सभी राजनीतिक दलों ने राज्य में संस्कृति, शांति और सद्भाव बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।CM सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा, मीटिंग प्रस्ताव पारित किया गया कि हम सभी सहमत है कि हिमाचल शांतिपूर्वक राज्य है। यहां हमेशा आपसी सदभाव रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि आपसी भाईचारा बना रहे। प्रदेश टूरिज्म स्टेट है। हम यहां देश-विदेश के सभी पर्यटकों का स्वागत करते हैं।CM ​​​​​​​ने कहा, कोई भावनात्मक बात न की जाए, जिससे किसी धर्म व समुदाय को ठेस पहुंचे।

बैठक की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य में मौजूद सभी राजनीतिक दलों ने राज्य में संस्कृति, शांति और सद्भाव बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।CM सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा, मीटिंग प्रस्ताव पारित किया गया कि हम सभी सहमत है कि हिमाचल शांतिपूर्वक राज्य है। यहां हमेशा आपसी सदभाव रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि आपसी भाईचारा बना रहे। प्रदेश टूरिज्म स्टेट है। हम यहां देश-विदेश के सभी पर्यटकों का स्वागत करते हैं।CM ​​​​​​​ने कहा, कोई भावनात्मक बात न की जाए, जिससे किसी धर्म व समुदाय को ठेस पहुंचे। हिमाचल भी अखंड भारत का अंग है। यहां सभी को काम करने का हक है। उन्होंने माना कि बाहर से आए कुछ लोगों में लड़ाई हुई। उसकी वजह से धीरे धीरे स्थिति बिगड़ी और एक समुदाय के प्रति लोगों का गुस्सा फूटा। सेब सीजन के लिए बड़ी संख्या में बाहर से लोग शिमला पहुंचते हैं।मुख्यमंत्री ने कहा, कई बार युवा आपस में लड़ जाते हैं और लोकल लीडरशिप उसमें अपनी राजनीति के लिए धीरे-धीरे आगे बढ़ती है। इससे ऐसी स्थिति पैदा होती है, जहां छोटी सी बात बड़ा मुद्दा बन जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा, विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया गया कि वह एक संयुक्त समिति का गठन करें, जो पूरे प्रदेश में स्ट्रीट वेंडर के लिए पॉलिसी बनाने पर विचार करेंगी, क्योंकि स्ट्रीट वेंडर के कारण भी कई बार विवाद उठता रहा है।उन्होंने कहा, कुछ लोकल दुकानदार ही अपनी दुकान के सामने इन्हें बिठा देते हैं। इसलिए यह धार्मिक मुद्दा नहीं बनना चाहिए।

मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा, शिमला में जो विवाद चल रहा है, उसका शीघ्रता से कानूनी हल किया जाए। शिमला विवाद के हल का जिम्मा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, बीजेपी विधायक रणधीर शर्मा, माकपा नेता राकेश सिंघा, आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुरजीत सिंह ठाकुर और शिमला के विधायक हरीश जनारथा को दिया गया है।सीएम सुक्खू ने कहा, मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शिमला में अवैध मंजिल गिराने की सिफारिश की है। मंडी में अ‌वैध दीवार को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है।

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