IBEX NEWS,शिमला
हिमाचल प्रदेश देश भर में उर्जा राज्य के रूप में जाना जाता है। हिमाचल न केवल अपनी जरूरत की बिजली तैयार कर रहा है बल्कि पड़ोसी राज्यों को भी बिजली की आपूर्ति कर रहा है।
जिला परिषद अध्यक्ष निहाल चारस ने आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी में उज्ज्वल भारत-उज्ज्वल भविष्य-2047 के अंतर्गत रिकांग पिओ स्थित पुलिस मैदान में आयोजित बिजली महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए दी। यह कार्यक्रम केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय, नवीन ऊर्जा एवं नवीकरण ऊर्जा मंत्रालय व प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया।
निहाल चारस ने कहा कि प्रदेश वर्तमान में चिन्हित 24587 मेगावाॅट दोहन योग्य ऊर्जा क्षमता में से 10498 मेगावाॅट क्षमता का दोहन 169 परियोजनाओं के माध्यम से कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में प्रदेश में विद्युत क्षेत्र में अभूतपूर्वक विकास सुनिश्चित हुआ है।
निहाल चारस ने कहा कि वर्ष 2014 में देश में 2,48,554 मेगावाॅट बिजली तैयार होती थी जो गत 8 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में बढ़कर 4,00,000 मेगावाॅट हो गई है जो देश की कुल बिजली मांग से लगभग 1,85,000 मेगावाॅट अधिक है। उन्होंने कहा कि आज जहां भारत अपनी विद्युत आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है वहीं पड़ोसी देशों को भी बिजली निर्यात कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत ने सी.ओ.पी पैरिस में वचन दिया था कि वर्ष 2030 तक देश ऊर्जा उत्पादन क्षमता का 40 प्रतिशत नवीकरण ऊर्जा स्त्रोतों से किया जाएगा जिस लक्ष्य को देश ने निर्धारित सीमा से 9 वर्ष पहले ही
हासिल कर लिया है। आज भारत अक्षय उर्जा क्षेत्र में विश्व भर में चैथे स्थान पर है तथा अक्षय उर्जा स्त्रोतों से देश में 1,63,000 मेगावाॅट बिजली पैदा हो रही है।
निहाल चारस ने कहा कि गत वर्षों में देश भर में वितरण अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण पर 2,01,722 करोड़ रुपये व्यय किए गए जिसके तहत 2921 नए विद्युत उपकेंद्र, 3,926 विद्युत उप-केंद्रों का विस्तार व संवर्धन, 6,04,465 सी.के.एम एल.टी लाईन बिछाने व 11 के.वी की 2,68,838 कि.मी. एच.टी लाईन बिछाई गई। 1,22,623 सी.के.एम मे कृषि फीडर की स्थापना की गई है। वर्ष 2015 में ग्रामीण क्षेत्रों में औसतन 12.5 घंटे विद्युत आपूर्ति होती थी जो आज बढ़कर औसतन 22.5 घंटे हो गई है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए वर्ष 2020 में बिजली उपभोक्ता अधिकार अधिनियम बनाए गए जिसके तहत उपभोक्ताओं को नया कनैक्शन प्राप्त करने के लिए अधिकतम समय सीमा निर्धारित की गई है।
निहाल चारस ने कहा कि किन्नौर जिला में भी गत साढ़े 4 वर्षों में विद्युत क्षेत्र में अभूतपूर्वक विकास सुनिश्चित हुआ है। इस दौरान विद्युत मण्डल रिकांग पिओ के तहत सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अंतर्गत 8.26 कि.मी. नई एच.टी लाईन बिछाई गई। इसी अवधि के दौरान 11.26 कि.मी. नई एल.टी. लाईन बिछाई गई। इसी दौरान 25 के.वी के दो, 63 के.वी का एक नया ट्रांसफाॅर्मर स्थापित किया गया। साथ ही ट्रांसफाॅर्मर की क्षमता में वृद्धि की गई जिस पर 88.83 लाख रुपये की राशि व्यय की गई। उन्होंने कहा कि केपेक्स प्लाॅन के अंतर्गत रिकंाग पिओ विद्युत उपमण्डल में 2.80 नई एच.टी लाईन, 19.845 कि.मी नई एल.टी लाईन का निर्माण किया गया। योजना के तहत 25 के.वी के 2 व 63 के.वी. के 2 नए ट्राॅसफाॅर्मर लगाए गए तथा 4 ट्राॅसफाॅर्मर की क्षमता को बढ़ाया गया जिस पर 1.75 करोड़ रुपये की राशि व्यय की गई।
उन्होंने बताया कि जिले में सौभाग्य योजना के अंतर्गत 111 परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनैक्शन प्रदान किए गए साथ ही 11.855 कि.मी नई एल.टी लाईन भी बिछाई गई जिस पर 45 लाख रुपये व्यय किए गए। मुख्यमंत्री रोशनी योजना के अंतर्गत रिकांग पिओ विद्युत मण्डल के तहत 18.72 लाख रुपये व्यय किए गए जिससे 117 परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनैक्शन प्रदान किए गए और 2.135 कि.मी नई एल.टी लाईन बिछाई गई।
हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत परिषद के अधीक्षण अभियन्ता परिचालन वृत्त रामपुर बलराज सांगर ने मुख्य अतिथि तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा विद्युत क्षेत्र में चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी दी।
सतलुज जल विद्युत निगम के महा प्रबंधक विकास महाजन ने धन्यावाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर सूचना एवं जन-सम्पर्क विभाग के अनुमोदित कलाकारों द्वारा बिजली बचत व विद्युत उपभोक्ताओं के अधिकारों के बारे में नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से जागरूक किया गया।
इस दौरान सार्वभौमिक विद्युतिकरण व ग्रामीण विद्युतिकरण, कैपेस्टी ऐडिशन, वन नेशन-वन ग्रिड, उपभोक्ता अधिकार नियम-2020, अक्षय उर्जा पर आधारित लघु फिल्मों को भी दिखाया गया।
कार्यक्रम के दौरान केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों ने भी अपने विचार सांझा किए। इन योजनाओं से उनके जीवन में किस प्रकार परिवर्तन आया इस बारे भी उन्होंने जानकारी दी।
बिजली महोत्सव के दौरान किन्नौर जिला के कलाकारों द्वारा रंगा-रंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर पंचायत समिति कल्पा के अध्यक्ष गंगा राम, पंचायत समिति पूह की अध्यक्षा इंदू किरण, जिला परिषद सदस्य शांता कुमार, विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी, पंचायती राज संस्थाओं के प्रधान, उपप्रधान व अन्य पदाधिकारी व विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी भी उपस्थित थे।