लोगों में फूट रहा गुस्सा ,बिलासपुर जिला की ही दो घटनाओं पर सरकार के दोहरे मापदंड क्यों?पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर फायरिंग मामले में SIT की जाँच में DIG रैंक को जिम्मा और कर्मठ ईमानदार अधिकारी को खोजने के लिए गठित SIT में उच्चस्तरीय वरिष्ठ अधिकारी की दरकार
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की विशेष जांच टीम गठित करके मामले में हस्तक्षेप करें।
कहा-ईमानदार, कर्मठ अधिकारी की गुमशुदगी पर किन्नौर के लोग बेहद परेशान और मायूस।
IBEX NEWS,शिमला
HPPCL के लापता मुख्य अभियंता विमल नेगी को ढूंढने के लिए राज्य सरकार उच्चस्तरीय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की अगुवाई में SIT का गठन करें और अंतरजिला के अतिरिक्त अब इंटरस्टेट खोजबीन की भी आवश्यकता हो सकती है । सरकार मामले पर व्यापक प्रचार अभियान छेड़े, पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापार मण्डलों और टैक्सी यूनियनों के विभिन्न संगठनों को भी सचेत करें ताकि उनका कुछ पता चल पाए ऐसे में जब सभी ऐसे संगठन अब व्हाट्सएप ग्रुप्स से भी जुड़े होते है ।उनको गुम हुए आठ दिन हो गए है और मामले पर गठित SIT एक पत्ता तक नहीं हिला पाई हैं । उनका कोई नामोनिशान पुलिस को नहीं मिला है । सोमवार को किन्नौर वेलफेयर सोसाइटी का एक प्रतिनिधिमंडल हिमाचल प्रदेश के राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी से मिला है । डीटी नेगी की अध्यक्षता में प्रतिनिधिमंडल ने आगे माँग रखी कि उच्चस्तरीय पुलिस अधिकारियों की अगुवाई में SIT गठित की जाए । प्रतिनिधिमंडल ने इस मौक़े पर कहा कि किन्नौर के लोग मुख्य अभियंता विमल नेगी की गुमशुदगी को लेकर परेशान और हताश है । दिन प्रतिदिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा उनका पता लगाने में असमर्थता ने पूरे किन्नौर में सदमे की लहर पैदा कर दी है: इसलिए, KWS ने अनुरोध किया है कि इंजीनियर विमल नेगी का जल्द से जल्द पता लगाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की विशेष जांच टीम गठित करके मामले में हस्तक्षेप करें।विमल नेगी ईमानदार और कर्मठ अधिकारी है।लोगों का तर्क ये है कि विमल नेगी बिलासपुर जिले से गुम हुए है और FIR शिमला में दर्ज है । तो घटना के जाँच की सुई यहीं अटकी है । बिलासपुर तक सीसीटीवी फुटेज में उनको ट्रेस किया गया है और उसके बाद टीम बेरंग है । उन्हें राज्य के बाहर भी खोजने की आवश्यकता हो सकती है इसलिए SIT का गठन उच्चस्तरीय हो तो उन्हें ढूँढने में और तत्परता आएगी ।आरोप ये लग रहें हैं कि बिलासपुर पुलिस पूर्व विधायक पर हुई फायरिंग मामले की जाँच पर जी जान लगाये है और शिमला पुलिस वीआईपी सुरक्षा व्यवस्था की डोर थामे है ऐसे में जब हिमाचल विधानसभा का बजट सत्र जारी है तो लापता हुए चीफ इंजीनियर को खोजने में वही ढाँक के तीन पात वाला हाल है ।अपने बूते परिजनों ने उन्हें ढूँढने वालों के लिए एक लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की हैं । किन्नौर के लोगों में गुस्सा फूट रहा है कि बिलासपुर जिला की ही दो घटनाओं पर सरकार के दोहरे मापदंड क्यों?पूर्व विधायक बंबर ठाकुर पर फायरिंग मामले में SIT की जाँच में DIG रैंक को जिम्मा और कर्मठ ईमानदार अधिकारी को खोजने के लिए गठित SIT में उच्चस्तरीय अधिकारी की दरकार है ।
हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन पावर लिमिटिड में कार्यरत चीफ इंजीनियर 10 मार्च से लापता हैं। इस मामले पर अब राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी (Revenue Minister Jagat Singh Negi)ने सीएम सुखविंद्र सिंह से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।नेगी ने कहा कि इस मामले में अधिकारी जांच में जुटे हुए हैं, एचपीसीएल अधिकारियों को भी उनको खोजने के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने सीएम से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की है कि किन हालातों में विमल नेगी को ऐसे जाना पड़ा।
- किन्नौर वेलफेयर सोसाइटी, शिमला ने मंत्री जगत सिंह नेगी से ये माँग की ।
- विमल नेगी के रहस्यमय ढंग से लापता होने के बारे में जानकर स्तब्ध हैं, जो वर्तमान में हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, शिमला में महाप्रबंधक (मुख्य अभियंता) के रूप में 10 मार्च 2025 (दोपहर 01:30 बजे) के लिए तैनात हैं। इंजीनियर विमल नेगी, जो अपनी बेदाग ईमानदारी और काम के प्रति अनन्य समर्पण के लिए जाने जाते हैं, का रहस्यमय ढंग से लापता होना कई सवाल खड़े करता है। 10.03.2025 से उनके लापता होने और सात दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस द्वारा उनका पता लगाने में असमर्थता ने पूरे किन्नौर में सदमे की लहर पैदा कर दी है: इसलिए, आपसे अनुरोध है कि इंजीनियर विमल नेगी का जल्द से जल्द पता लगाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की विशेष जांच टीम गठित करके मामले में हस्तक्षेप करें। इसके अलावा, आपसे अनुरोध है कि उनके लापता होने की परिस्थितियों की जांच शुरू करें।

