IBEX NEWS ,शिमला
हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, पंथाघाटी, शिमला द्वारा 12अगस्त को आदर्श गाँव, बड़ागांव, शिमला में एक शिविर का आयोजन किया गया । मुकुंद मोहन शांडिल, उपप्रधान, ग्राम पंचायत – रझाणा, शिमला सहित 35 ग्रामीणों ने इस शिविर में शामिल भाग लिया । डॉ. संदीप शर्मा निदेशक, हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान, पंथाघाटी, शिमला ने सभी उपस्थित प्रतिभागियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया तथा बताया कि रझाणा पंचायत में चारे की समस्या को ध्यान में रखते हुए संस्थान नेपियर और सीटेएरिया चारा घास की उन्नत क़िस्मों का वितरण कर रहा है, किसान लोग इन घास प्रजातियों को खेतों की मेड़ों और सामुदायिक घासनी में उगा सकते हैं । उन्होंने बताया कि उन्नत क़िस्मों की प्रजातियां, क्षेत्र में उगने वाली देसी घास की तुलना में दो-तीन गुणा अधिक उपजाऊ होती है तथा इन घास प्रजातियों के पोषक मूल्य भी काफी बेहतर हैं और किसान वर्ष में दो से तीन बार इस घास को काट सकते हैं। इसके अलावा डॉ. संदीप शर्मा ने बड़ा गाँव क्षेत्र में पशुओं में वर्तमान में तेजी से फैल रहे लम्पी स्किन रोग पर चिंता व्यक्त की और लोगों को इसके फैलने के तरीकों व इससे वचाव के महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए । उन्होने बीमार पशुओं को स्वस्थ पशुओं से अलग रखने की सलाह दी एवं मक्खी मच्छरों की रोकथाम करने की भी सलाह दी, क्योंकि मक्खी मच्छर ही इस रोग को फैलाने में मुख्य भूमिका निभाते हैं । डॉ. जगदीश सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि संस्थान घास की प्रजातियों के अलावा अन्य चारे के पेड़ प्रजातियों की पौधशाला/ नर्सरी भी तैयार कर रहा है तथा भविष्य में रझणा पंचायत के किसानों को उनकी मांग तथा आवश्यकता के अनुसार गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री वितरित की जाएगी ।
उन्होंने बताया कि यदि ग्रामीण वृक्षारोपण के लिए भूमि उपलब्ध कराते हैं तो संस्थान ग्रामीणों की चारे की आवश्यकता को पूरा करने के लिए चारा बैंक विकसित करने पर भी विचार करेगा । डॉ. जोगिंदर चौहान, मुख्य तकनीकी अधिकारी ने बताया कि नर्सरी में नेपियर और सीटेएरिया को मल्टीफ्लाई किया जा रहा है और अगले साल अधिक घास वितरण के लिए उपलब्ध होगा । ग्रामीण इन उन्नत घास प्रजातियों को संस्थान की बड़ागांव नर्सरी से ले सकते हैं ।
मुकुंद मोहन शांडिल, उप प्रधान, ग्राम पंचायत, राझाना ने ग्रामीणों को घास की उन्नत क़िस्म प्रजातियों को वितरित करने के लिए संस्थान का धन्यवाद किया तथा आश्वासन दिया संस्थान द्वारा इस पंचायत की प्रगति हेतु किए जा रहे कार्यों में सहयोग करेगा ।
शांडिल, ने बताया कि चारा बैंक के विकास के लिए क्षेत्र का पता लगाने के लिए ग्रामीणों के साथ बैठक की जाएगी ।
राकेश कुमार, वन परिक्षेत्र अधिकारी और कुलवंत राय गुलशन, सीनियर टेक्निशियन भी शिविर कार्यशाला में मौजूद रहे तथा इसके सफल आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया ।l