IBEX NEWS, शिमला।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी संस्थान (यूआईटी) ने अपने चार दिवसीय तकनीकी-सांस्कृतिक “उत्कर्ष-2022” के सांस्कृतिक उत्सव का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ई. डी.के शर्मा, अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश विद्युत नियामक आयोग (एचपीईआरसी) रहे। समारोह की अध्यक्षता प्रोफेसर ज्योति प्रकाश, प्रो-वाइस चांसलर, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला ने की और विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर कुलभूषण चंदेल, अधिष्ठाता अध्ययन , हिमाचल प्रदेश, विश्वविद्यालय, शिमला थे।
प्रोफेसर पी. एल. शर्मा, निदेशक, यूआईटी ने अपने स्वागत भाषण में व्हाट्सएप के संस्थापक ब्रायन एक्टन का उदाहरण दिया। प्रो. शर्मा ने कहा कि फोटो/वीडियो शेयरिंग और ऑडियो/वीडियो कॉलिंग की अतिरिक्त सुविधा के साथ पाठ संदेश के विकल्प के रूप में शुरू किया गया व्हाट्सएप अब दुनिया भर में उपयोग किया जाता है।
साधारण स्नातक ब्रायन एक्टन के इस अनोखे विचार ने उन्हें कम उम्र में प्रसिद्ध होने के साथ-साथ अमीर भी बना दिया। उन्होंने फेसबुक को व्हाट्सएप 19 बिलियन अमेरिकी डॉलर की भारी कीमत पर बेचा | इस तरह के तकनीकी-सांस्कृतिक उत्सव के आयोजन का लक्ष्य हर छात्र में रचनात्मकता और जुनून की भावना पैदा करना है। ई. डी.के. शर्मा, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में ऊर्जा परिवर्तन, ऊर्जा बचत और जलवायु परिवर्तन पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भविष्य यूआईटी के युवा दिमागों का है जिन्हें इन संवेदनशील मुद्दों पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने छात्रों को भौगोलिक सीमाओं से बंधे नहीं बल्कि लीक से हटकर सोचने की सलाह दी।
ई. शर्मा ने आगे छात्रों को बड़ा सोचने और अपने सपनों को जीने के लिए खुद पर विश्वास करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने छात्रों से नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी देने वाले बनने का प्रयास करने को कहा। अंत में उन्होंने इतने कम समय में अधिक ऊंचाई हासिल करने के लिए यूआईटी की प्रशंसा की। प्रो. ज्योति प्रकाश, प्रो वाइस चांसलर ने अपने संबोधन में निदेशक यूआईटी, प्रो. पी.एल. शर्मा जिनके सक्षम मार्गदर्शन में यूआईटी ने कई गुना वृद्धि की है को बधाई दी । उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के तकनीकी-सांस्कृतिक और खेल आयोजन छात्रों की ऊर्जा को सही दिशा में लगाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
उन्होंने छात्रों को जीवन में सकारात्मक दृष्टिकोण और केंद्रित दृष्टिकोण रखने के लिए प्रेरित किया। प्रो. कुलभूषण चंदेल ने अपने संबोधन में छात्रों को इस भव्य आयोजन के लिए बधाई दी। प्रो. चंदेल ने स्वामी विवेकानंद को उद्धृत करते हुए कहा कि शिक्षा से हर छात्र का समग्र विकास होना चाहिए। उन्होंने छात्रों को जीवन में सफल होने के लिए अपने ज्ञान, कौशल और दृष्टि को बढ़ाने की सलाह दी। तत्पश्चात गणमान्य व्यक्तियों द्वारा उत्कर्ष-2022 पत्रिका का शुभारंभ किया गया। 23 और 24 नवंबर को आयोजित तकनीकी कार्यक्रमों में लगभग 450 छात्रों ने भाग लिया और सांस्कृतिक उत्सव में 550 छात्र भाग ले रहे हैं। धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुमेश सूद ने किया। उद्घाटन समारोह में यूआईटी के सभी संकाय सदस्यों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों और छात्रों ने भाग लिया।