बर्फबारी से निपटने के लिए सभी संबद्ध विभाग आगामी दिनों में सभी तैयारियां पूर्ण कर लें, ताकि जिला शिमला के आमजन एवं पर्यटकों को इस दौरान किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
उपायुक्त शिमला ने यह बात आज जिला शिमला में बर्फबारी से निपटने के लिए की जाने वाली तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
जिलाधीश ने संबंधित अधिकारियों को बर्फबारी से निपटने के लिए चुस्त-दुरुस्त रहने के आदेश किए।
उन्होंने कहा कि टोल फ्री नंबर 1077 के साथ जिला आपातकालीन संचालन केंद्र शिमला में नियंत्रण कक्ष पहले ही स्थापित कर दिया गया है।
उन्होंने लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग एवं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को प्राथमिकता के आधार पर सभी मार्ग खोलने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला के सभी स्थानों पर पानी, बिजली, आवश्यक वस्तुएं, स्वास्थ्य सुविधाएं एवं दूध की उचित व्यवस्था के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे है ताकि आमजन को इस दौरान किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन सड़कों पर से बर्फ को उठा कर किसी खुले स्थान पर एकत्रित करें ताकि किसी प्रकार के जाम की समस्या से बचा जा सके। सड़कों पर वाहनों की सही पार्किंग सुनिश्चित करने के लिए भी स्थानीय प्रशासन आवश्यक कार्य योजना तैयार करें।
उन्होंने कहा कि नगर निगम शिमला शहर में प्रमुख मार्गों को खोलने के लिए सभी तैयारियों को सुनिश्चित करें, जिसके तहत स्वास्थ्य संस्थाओं आवागमन के लिए प्रयोग होने वाले नियमित मार्ग तथा अन्य आपातकालीन मार्गों को प्राथमिकता के आधार पर खोलें। उन्होंने कहा कि बर्फबारी के दौरान एंबुलेंस के लिए चैन तथा क्यूआरटी के लिए फोर बाइ फोर गाड़ियों का भी प्रबंध किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अचानक बर्फबारी से सड़क में यदि किसी ड्राइवर को बस खड़ी करनी पड़े तो इस स्थिति में ड्राइवर एवं कंडक्टर बस में अपना मोबाइल नंबर बस में अवश्य रखे ताकि सड़क से बर्फ हटाते समय उन लोगों से संपर्क किया जा सके।
उन्होंने पर्यटन विभाग को इस दौरान पर्यटकों के लिए एडवाइजरी भी जारी करने के निर्देश दिए।
पैदल चलने वाले मार्गों पर फिसलन को रोकने के लिए भी समुचित प्रबंध किए जायेंगे। उन्होंने बर्फबारी के दौरान पर्यटकों एवं आवश्यकतानुरूप बचाव कार्यों के लिए विभिन्न तैयारियों के लिए पुलिस दल की तैनाती तथा चैनयुक्त गाड़ियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि आपातकाल समय में त्वरित कार्रवाई अमल में लाई जा सके। सभी विभाग इस दौरान आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करें ताकि लोगों को किसी प्रकार की कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े।
पांच सेक्टर में बांटा शहर
पांच सेक्टर में बांटा शहर
उन्होंने कहा कि शिमला शहर को अलग-अलग सेक्टर में विभाजित किया गया है तथा प्रत्येक सेक्टर में संबंधित विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने सेक्टर वार सभी नोडल अधिकारियों को अपने अधीन सभी अधिकारियों के साथ 1-2 दिन में बैठक आयोजित कर बर्फबारी से निपटने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश ताकि लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि 5 सेक्टरों में सेक्टर-एक के तहत संजौली, ढली, कुफरी, नालदेहरा, मशोबरा, बल्देयां एवं भट्टाकुफ्फर, सेक्टर-दो के तहत ढली-संजौली बाईपास, आईजीएमसी, लक्कड़ बाजार से विक्ट्री टनल तक, कैथू, भराड़ी, लॉन्गवुड, चैड़ा मैदान, एजी आफिस, अनाडेल एवं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, सेक्टर-3 के तहत टूटीकंडी, बाईपास एनएच सड़क वाया आईएसबीटी से शोघी तक, चक्कर, बालुगंज, टुटू, जतोग, नाभा, फागली, खलीणी, बीसीएस, विकास नगर एवं न्यू शिमला, सेक्टर-चार के तहत डीसी कार्यालय, विक्ट्री टनल से कार्ट रोड़ छोटा शिमला चैक तक, यूएस क्लब, ओक ओवर, राज भवन, बेनमोर, रिज, जोधा निवास, हॉली लोज, जाखू, रिच माउंट, राम चंद्रा चैक, केएनएच एवं हाई कोर्ट तथा सेक्टर-पांच के तहत हिमाचल प्रदेश सचिवालय छोटा शिमला, नव बाहर, ब्रॉक-ह्रस्ट, मैहली, कुसुंपटी तथा पंथाघाटी शामिल है।