IBEX NEWS,शिमला।
विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर आज 84 दिन बाद ट्रेन की आवाजाही शुरू हो गई है। इससे पहले बीती रात पौने 10 बजे ट्रायल किया गया। सोमवार सुबह एक ट्रेन फिर से ट्रायल के तौर पर शिमला से कालका भेजी गई। ट्रैक पर मंगलवार से रेलगाड़ियों की नियमित आवाजाही शुरू हो जाएगी।
कालका-शिमला रेलवे ट्रैक को मानसून की बारिश से भारी नुकसान हुआ है। नतीजा यह हुआ कि इस ट्रैक पर पहली बार इतने लंबे समय तक ट्रेनों की आवाजाही नहीं हो सकी। शिमला में 20 लोगों की जान लेने वाले शिव मंदिर लैंडस्लाइड की जगह करीब 40 मीटर रेलवे ट्रैक हवा में लटक गया था।
शिमला तक ट्रैक बहाली के बाद शिवालिक डिलक्स, हिमालय क्वीन सहित विस्ताडोम जैसी ट्रेन शिमला पहुंचेगी, जिससे पर्यटकों को सुविधा मिलेगी। प्रदेश में अब पर्यटन कारोबार भी पटरी पर लौट गया है। ऐसे में पर्यटकों के भी बड़ी संख्या में शिमला पहुंचने की उम्मीद है। खासकर पश्चिम बंगाल का टूरिस्ट रेल से काफी तादाद में शिमला पहुंचता है।
हिमदर्शन और शिवालिक एक्सप्रेस के दो नए ठहराव बनाए
रेलवे प्रबंधन ने कालका-शिमला रेल लाइन पर हिमदर्शन और शिवालिक एक्सप्रेस के दो नए ठहराव बनाए हैं। कालका से सुबह चलने वाली पहली और शिमला से चलने वाली अंतिम ट्रेन के समय में भी बदलाव किया है। रेलवे बोर्ड के अनुसार हिमदर्शन और शिवालिक एक्सप्रेस ट्रेन अब धर्मपुर और सोलन रेलवे स्टेशन पर भी रुकेंगी।
शिवालिक एक्सप्रेस कालका से शिमला को सुबह 5:45 बजे चलेगी। शिमला से कालका को शाम 5:40 बजे चलेगी। इसके अलावा हिमदर्शन एक्सप्रेस सुबह 7:00 बजे शिमला की ओर और शाम 03:50 बजे शिमला से कालका की ओर चलेंगी। इन दोनों रेल गाड़ियों का पहले एक ही ठहराव बड़ोग में था।
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14 अगस्त की सुबह शिमला में आई आपदा में समरहिल के नजदीक रेलवे का यह पुल क्षतिग्रस्त हो गया था।जिससे पटरी हवा में लटक गई थी। यह भूस्खलन शिमला के एडवांस स्टडी के नजदीक से शुरू होकर यूनिवर्सिटी रोड को नुकसान पहुंचता हुआ रेलवे ट्रैक और शिव मंदिर तक पहुंचा था।अगस्त महीने के अंत में यहां पुल को ठीक करने का काम शुरू हुआ और अब जा कर इसे पूरा कर लिया गया।