पारंपरिक कत्था भट्टियों को IBR बायलर युक्त कत्था भट्टियों में परिवर्तित करने की स्वीकृति। अब इन्हें राज्य के मुख्य बायलर निरीक्षक के पास अनिवार्य रूप से पंजीकृत करवाना होगा। आईबीआर बायलर के माध्यम से खैर लकड़ी (छाल सहित) को पूरे वर्ष में 5435 से 7500 क्विंटल की सीमा में संसाधितContinue Reading