HIMACHAL NEWS: भारत चीन बॉर्डर पर स्थित राजगुप्तराज ऋषि मंदिर छितकुल की प्रतिष्ठा में सैंकड़ों लोग उमड़े।यहाँ के बाशिंदों ने अपने बूते किया है मंदिर का जीर्णोद्धार।किन्नौर की सबसे शक्तिशाली देवी माता छितकुल इसी मंदिर से जाती हैं स्वर्ग प्रवास पर।माता देवी के सलाहकार माने जाते है इस मंदिर में रहने वाले ऋषि राजगुप्तराज जी।
12 वर्षों के बाद ही मंदिर से बाहर आते है ऋषि, मान्यता है कि जब भी वे बाहर आते तो कोई न कोई मौत का ग्रास ज़रूर बनता है या यूँ माने की बलि लगती हैं। अब ऋषि दो साल बाद या अनहोनी के नियंत्रण के लिए निकलते है मंदिरContinue Reading