IBEX NEWS,शिमला।
घरवाला घर नहीं, हमें किसी का डर नहीं। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के vvip वाले इलाकों में इन दिनों यहीं सुरते ए हाल दिख रहे हैं।राजभवन,सचिवालय के क़रीब नवबहार में खूब हो हल्ला कर पर्यटकों के वाहन गुजर रहें है
।इन्हें यहाँ कोई रोकने टोकने वाला नहीं।विलुप्त प्राय जीव जंतुओं वाले इलाकों में गाड़ियों की छतों पर से वीडियो बनाते हुए ये खूब शोर हो हल्ला के गुजर रहे हैं। जबकि इन्ही इलाकों में हिमाचल प्रदेश वन विभाग के वन्य प्राणी विंग की ओर से साइन बोर्ड लगाए गए हैं कि यहाँ से शांति से गुज़रे। अति दुर्लभ आईयूसीएन रेड डेटा बुक ने एंडेंजर्ड घोषित वेस्टर्न ट्रैगोपन जैसी संबंधित पक्षी स्पीशीज यहाँ हैं और तेंदुआ इन जंगलों में हैं। ख़ैर दुसरी और ये कि नवबहार के पास से रामचंद्रा चौक तक ये शोर शराबें वाले वाहन पहुँचते हैं। यहाँ नीचे की और लोकायुक्त कार्यालय,मानवाधिकार आयोग,मंत्रियों की कोठियाँ हैं। हालाँकि अभी कैबिनेट विस्तार नहीं हो पाया हैं और बँगले ख़ाली हैं।मगर चुस्त कार्यशैली पर उँगलियाँ उठ रही हैं। हैरानी और दिलचस्प बात ये की यदि यहाँ से यूएस क्लब् वासी ,रिच माउंट वासी जो सरकारी मकानों में रहते हैं उनके लिए नियम कड़े है यहाँ रोका जाता है जो भाड़ा टैक्सी करके किन्नौर,चम्बा, मंडी, कुल्लू या कहीं से भी भारी भरकम समान कि साथ आ रहे हों। वो यहाँ से पीठ पर समान लाद कर जायें।
क्यों टैक्सी आगे नहीं जा सकती।जबकि बड़े होटलों के लिये सरपट छूट हैं।सरकारी मकान में रहने वाले सभी लोगों के पास अपनी गाड़ियाँ नहीं है। नियमों की दुहाई आम लोगों के लिए है बाहरवालों के लिए क्यों नहीं जो ट्रैफिक नियमों का धत्ता देकर यहाँ तक बीड्स चौक से पहुँच रहे हैं।