IBEX NEWS ,शिमला।
सीमेंट ढुलाई मालभाड़ा विवाद निपटाने के लिए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू की अदाणी कंपनी के सीईओ अजय कपूर और मंत्री हर्षवर्द्धन की ट्रक ऑपरेटरों के साथ हुई वार्ता एक बार फिर बेनतीजा रही। मंगलवार को शिमला सचिवालय में हुई बैठक में अदाणी कंपनी ने ट्रक ऑपरेटरों को मल्टी एक्सल ट्राले का 8.30 रुपये और ट्रक का 10 रुपये मालभाड़े का प्रस्ताव दिया। इस प्रस्ताव को ट्रक ऑपरेटरों ने सिरे से नकार दिया।
बरमाणा के ट्रक ऑपरेटरों ने दो टूक कहा कि वे फार्मूले के हिसाब से बन रहा 12.04 रुपये मालभाड़ा ही लेंगे। बात न बनने पर अदाणी कंपनी के सीईओ वापस चले गए। उधर, बिलासपुर जिला ट्रक सभा (बीडीटीएस) के पदाधिकारियों ने एलान किया है कि वे आंदोलन को उग्र करेंगे और अदाणी समूह से निर्णायक जंग लड़ेंगे।
इसके बुधवार को रणनीति बनाएंगे। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सोमवार को एक-दो दिन में इस मामले को सुलझाने की बात की थी, लेकिन बात मंगलवार को भी नहीं बनी। पहले सीएम के साथ अदाणी कंपनी के सीईओ अजय कपूर के साथ बैठक हुई। उसके बाद ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों के साथ अदाणी सीमेंट कंपनी के कलस्टर हेड मनोज कुमार की अलग-अलग बैठक हुई। ट्रक यूनियन के पदाधिकारियों से सीएम ने भी चलते-चलते बातचीत की।
इस बैठक में अदाणी कंपनी के कलस्टर हेड ने ट्रक ऑपरेटरों को मल्टी एक्सल ट्राले के मालभाड़े का 8.30 रुपये और ट्रक का 10 रुपये प्रस्ताव दिया, जिसे बीडीटीएस के पदाधिकारियों ने ठुकरा दिया। बीडीटीएस पदाधिकारियों ने कहा कि साल 2005 में अदालत के आदेश पर शुक्ला कमेटी ने एक फार्मूला तय किया था, इसी फार्मूले के तहत आज तक मालभाड़ा तय किया जाता है। वर्तमान में इसी फार्मूले के अनुसार 12.04 रुपये प्रति किलोमीटर प्रति टन मालभाड़ा बनता है। यही मालभाड़ा सभी ट्रक ऑपरेटरों को मान्य है। उधर, बीडीटीएस के महासचिव प्रदीप ठाकुर ने कहा कि अदाणी कंपनी तानाशाही कर रही है।
कंपनी जिस मालभाड़े का प्रस्ताव दे रही है, उससे ट्रक ऑपरेटरों को घाटा होगा। उन्होंने कहा कि अब अदाणी कंपनी से आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। आंदोलन को तेज किया जाएगा। इसकी रणनीति बुधवार को बरमाणा में बनाई जाएगी।