IBEX NEWS,शिमला।
उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग ने लुहरी जलविद्युत परियोजना प्रथम चरण की पुनर्वास एवं पुनर्विस्थापन समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए परियोजना प्रबंधन को प्रभावित परिवारों के हितों को सुरक्षित करने के निर्देश दिये।
उपायुक्त ने परियोजना प्रबंधन को परियोजना निर्माण के लिये भूमि अधिग्रहण के चलते भूमिहीन व मकानहीन हो गये परिवारों को भवन निर्माण के लिए शीघ्र जमीन चिह्नित कर उन्हें उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये। ताकि विस्थापित परिवारों का सही प्रकार से पुनर्वास सुनिश्चित हो सके।
उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने उपमंडलाधिकारी निरमंड की अध्यक्षता में गठित कमेटी को परियोजना के कारण नष्ट हुए पानी के स्त्रोत ,कुलह ,पानी की पाइप लाइन, आम रास्ते ,श्मशान घाट व पुलों को पुन स्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए ताकि परियोजना प्रभावितों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो सके और किसी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े ।
बैठक में समिति द्वारा परियोजना प्रभावितों के लिए बनाई गई रोजगार नीति में संशोधन को भी मंजूरी प्रदान की गई तथा इसे मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार को भेजने का निर्णय लिया गया ।
उपायुक्त ने उपमंडलाधिकारी निरमंड को परियोजना निर्माण कार्य के चलते मकानों में आई दरारों व नुकसान का आंकलन करने के निर्देश दिये। ताकि प्रभावितो को उचित मुआवजा उपलब्ध करवाया जा सके। बैठक में बताया गया कि कृषि तथा बागवानी विभाग के अधिकारियों को परियोजना निर्माण के कारण निकली धूल से फसलों को हुए नुकसान का आंकलन पूरा कर लिया गया है तथा नुकसान की राशि भी कुछ प्रभावितो के बैंक अकाउंट में डाल दी गई है। उपायुक्त ने शेष बचे प्रभावितो को नुकसान राशि शीघ्र जारी करने के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने प्रभावितों की मांग पर धूल से हो रहे नुकसान का अध्ययन करने के लिए उपमंडलाधिकारी निरमंड की अध्यक्षता में एक समिति गठित करने के निर्देश दिये जो निर्धारित परिधि के बाहर फसल को हो रहे नुकसान का अध्ययन कर उपायुक्त को रिपोर्ट सौंपेगी।
सांसद प्रतिभा सिंह ने परियोजना प्रबंधन को प्रभावित के प्रति मानवीय दृष्टिकोण अपनाने को कहा और उनकी सभी समस्याओं का तत्काल निराकारण करने को कहा।
बैठक कि कार्यवाही का संचालन अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी प्रशांत सरकेक ने किया।
इस अवसर पर विधायक आनी लोकेन्द्र कुमार, विधायक रामपुर नन्दलाल,उपमंडलाधिकारी निरमंड मनमोहन सिंह, लुहरी जल विद्युत परियोजना के अधिकारी, व परियोजना प्रभावित उपस्थित थे।