IBEX NEWS,शिमला।
फ़्रैक्चर की सर्जरी कुल्लू अस्पताल में संभव हो गई है।पाँच घंटे के जटिल ऑपरेशन से 55 वर्षीय अधिशासी अभियंता वीरेंद्र शर्मा की बाँए बाजू की दोनों हड्डियों सहित कलाई की टूटी हड्डी विशेषज्ञों डॉक्टरों ने जोड़ी हैं।हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक बधन व उनकी टीम ने 5 घंटे की कड़ी मशकत के बाद ऑपरेशन करने मे सफलता पाई।ज़िला वि अस्पताल प्रशासन गदगद है।
गत दिनों जटिल मामला क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू आया । बिजली विभाग के 55 वर्षीय अधिशासी अभियंता वीरेंद्र शर्मा गत दिनों एक पेड़ के आचानक गिरने से घायल हो गए थे । इस दौरान उनकी बाजू की दोनों हड्डियों सहित कलाई की हड्डी भी टूट गई। चिकित्सको द्वारा उन्हें प्राथमिक उपचार के उपरांत ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया । हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ अभिषेक बधन व उनकी टीम ने 5 घंटे की कड़ी मशकत के बाद ऑपरेशन करने मे सफलता पाई।
सीएमओ कुल्लू डॉ नागराज पवार ने बताया कि एनेस्थीसिया और आर्थोपेडिक्स दोनों दृष्टिकोण से यह एक उच्च जोखिम वाली सर्जरी थी ऑपरेटिंग टीम में डॉ अभिषेक बधन (ऑर्थोपेडिक्स सर्जन), डॉ निशिता (एनेस्थेटिस्ट), ओटीए – निर्मला और प्रकाश, स्टाफ नर्स – उषा और नीलम शामिल थे पांच घंटो तक चली इस सर्जरी के बाद अब मरीजअब पूरी तरह स्वस्थ है ।चिकित्सकों की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है।
चिकित्सको के पद भरे जाने व अल्ट्रासाउंड सुविधा आरंभ होने से अब अस्पताल मे ही जटिल ऑपरेशन किये जा रहे हैं जिस के लिए पहले नेरचोक मेडिकल कॉलेज,आईजीएमसी शिमला या पीजीआई चंडीगढ़ जाना पड़ता था। परन्तु अब सभी उपचार सुभिधा अस्पताल में ही उपलब्ध करवाई जा रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नागराज पंवार ने बताया कि अक्सर फ्रैक्चर वाली ऐसी सर्जरी आमतौर पर मेडिकल कॉलेज में की जाती हैं ।चिकित्सको का यह प्रयास सराहनीय है।
जिला के सबसे बड़े अस्पताल क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में चिकित्सकों के सभी पर पद भरे जा चुके हैं ।इसके अलावा अस्पताल आने वाले रोगियों को अस्पताल मे ही अल्ट्रासाउंड तथा अन्य टेस्ट सुविधाएं प्रदान की जा रही है।