IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति आचार्य राजिंदर वर्मा ने कहा है कि किसी संस्थान की रैंकिंग वहाँ होने वाले शोध की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। हमारे विश्वविद्यालय वैश्विक रैंकिंग में अच्छा प्रदर्शन कर सकें, इसके लिए शोधार्थियों को कठिन प्रशिक्षण से गुजरना अनिवार्य है। इस दिशा में आतंरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन प्रकोष्ठ, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सांध्यकालीन अध्ययन विभाग, शिमला द्वारा एकेडेमिक राइटिंग एंड रिसर्च स्किल्स विषयक सप्ताहव्यापी कार्यशाला का आयोजन अत्यंत सुखद है। आचार्य वर्मा ने सहभागी शोध छात्रों तथा संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए ऐसे आयोजनों की निरंतरता पर बल दिया।
अधिष्ठाता अध्ययन, आचार्य बी. के. शिवराम ने अपने उद्बोधन में अच्छे एवं विश्वस्तरीय शोध के लिए कठिन प्रशिक्षण से गुज़रने की अनिवार्यता पर प्रकाश डालते हुए सहभागियों से विस्तारपूर्वक संवाद किया। इस संवाद के क्रम में शोध जगत के कई ऐसे बिंदुओं पर व्यापक चर्चा हुई, जो महत्त्वपूर्ण होने के बावजूद कई बार उपेक्षित रह जाते हैं।
सांध्यकालीन अध्ययन विभाग की प्राचार्य आचार्य मीनाक्षी ऍफ़ पॉल ने अपने स्वागत भाषण में बताया कि सांध्यकालीन अध्ययन विभाग में ऐसे अकादमिक आयोजनों की शृंखला चल रही है, जिसके तहत ऑनलाइन तथा ऑफलाइन मोड में कई कार्यशालाएँ एवं सेमिनार सफलतापूर्वक संपन्न हो चुके हैं।
अतिथियों एवं सहभागियों का स्वागत कार्यक्रम के संयोजक डॉ. विपन कुमार भुलाल तथा धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव श्री अजीत कुमार ने किया। विश्वविद्यालय में आयोजित इस कार्यक्रम में सहभागियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में विभिन्न विभागों के संकाय सदस्य उपस्थित थे।