पराला मंडी 44आढ़तियों को भार के हिसाब से सेब न बेचने पर सरकार ने थमाये शो -कॉज नोटिस।माँगे जवाब। APMC ने दिखाए तेवर।

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मार्केटिंग बोर्ड के आदेशों का उल्लंघन करने के आरोप।APMC सचिव देवराज कश्यप ने इसकी पुष्टि की है।

IBEX NEWS,शिमला।

प्रदेश की सबसे बड़ी पराला फल मंडी के 44 आढ़तियों को कृषि उपज विपणन समिति (APMC) शिमला-किन्नौर ने शो कॉज नोटिस जारी किए है। आरोप है कि बीते बुधवार को इन्होंने मार्केटिंग बोर्ड के आदेशों का उल्लंघन करते हुए सेब बेचा गया है। समिति सचिव देवराज कश्यप ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है की राज्य सरकार के निर्णय पर बोर्ड ने सेब को वजन के हिसाब से बेचने के आदेश दिये हैं है, लेकिन आढ़ती बीते दिनों से वजन के हिसाब से सेब नहीं बेच रहे।

हालाँकि, मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने इन्हें गड्ड और वजन के हिसाब से सेब बेचने का आश्वासन दिया है।मगर, इसे लेकर अब तक कोई लिखित आदेश जारी नहीं किए गए। इसलिए APMC शिमला कानूनी कार्रवाई करके आढ़तियों पर शिकंजा कसने की दिशा में कम कर रहा है।सेब को किलो के हिसाब से बेचने पर चार दिन से विवाद चल रहा है। इस विवाद को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के उस बयान से ज्यादा हवा मिली है, जिसमें उन्होंने आढ़तियों को गड्ड और वजन के आधार पर सेब बेचने का विकल्प देने की बात कही है।

SDM ठियोग, तहसीलदार ठियोग और APMC सचिव पराला मंडी के निरीक्षण पर रहें और पाया कि 44 आढ़ती वजन के हिसाब से सेब नहीं बेच रहे थे। इसे देखते हुए इनके चालान किए गए।प्रोग्रेसिव ग्रोबर एसोसिएशन (PGA) के अध्यक्ष लोकेंद्र बिष्ट और PGA के पदाधिकारी आशुतोष चौहान ने कहा कि सेब किलो में ही बिकना चाहिए। गड्ड का विकल्प देना गलत है। किलो के हिसाब से सेब बेचने से बागवानों को फायदा हो रहा है।APMC एक्ट में भी सेब को वजन के हिसाब से बेचने का प्रावधान है।

APMC शिमला-किन्नौर के सचिव देवराज कश्यप ने बताया कि 44 आढ़तियों को नोटिस दे दिए गए है। अब इनका जवाब आने के बाद ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार के जो भी आदेश होंगे, उन्हें लागू किया जाएगा।

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