IBEX NEWS,शिमला ।
राज्य पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को वर्ष 2017 के चुनाव में करारी पटखनी देने वाले कांग्रेस के दिग्गज एवं विधायक राजेंद्र राणा के लेटेस्ट फेसबुक पोस्ट ने पार्टी के भीतर महाभारत के आगाज के संकेत दिए है। दरअसल, राजेंद्र राणा का नाम कैबिनेट मंत्री बनने की रेस में अग्रिम पंक्ति में गिना जा रहा है। मगर, मुख्यमंत्री सुक्खू अभी कैबिनेट विस्तार से बच रहे हैं।राजेंद्र राणा ने अपने फेसबुक पर लिखा कि जो विवादों से दूर रहते हैं, वही दिलों पर राज करते हैं। जो विवादों में उलझ जाते हैं, वे अक्सर दिलों से भी उतर जाते हैं। महाभारत का प्रसंग देखिए: पांडवों ने सिर्फ पांच गांव ही तो मांगे थे और दुर्योधन ने सुई की नोक के बराबर भी जमीन देने से इनकार कर दिया था। एक जिद ने महाभारत रच दिया।इस पोस्ट से अलग अलग सियासी मायने निकाले जा रहे है। राजनीति के जानकार मानते है कि हिमाचल कांग्रेस में भी सियासी महाभारत छिड़ सकता है, क्योंकि कई दिग्गज मंत्री बनने के सपने देख रहे हैं, तो कुछ कांग्रेस नेता भी विभिन्न बोर्ड-निगमों में तैनाती की बाट जोह रहे हैं। राजेंद्र राणा की इस पोस्ट के चंद मिनटों में
सोशल मीडिया पोस्ट पर धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा भी कूद गए सुधीर शर्मा ने लिख डाला कि “तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान है”मतलब हुआ कि तुलसीदास जी कहते हैं, समय ही व्यक्ति को सर्वश्रेष्ठ और कमजोर बनाता है।सुधीर शर्मा भी मंत्री पद के दावेदारों में है।हिमाचल कैबिनेट मंत्री के 3 पद खाली है। इनमें राजेंद्र राणा, राजेश धर्माणी और यादवेंद्र गोमा बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री और डिप्टी CM दोनों ही हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से है। एक और मंत्री हमीरपुर संसदीय हल्के को देने से क्षेत्रीय संतुलन बिगड़ सकता है लिहाज़ा राणा जी ने एफ़बी पोस्ट से प्रदेश में सियासी हवा घुमा दी है।
क्षेत्रीय संतुलन के हिसाब से राजेश धर्माणी के नाम पर कोई अडंगा नहीं है। वहीं कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की बात मानी गई तो यादवेंद्र गोमा का मंत्री बनना भी लगभग तय है। हालाँकि शिमला संसदीय क्षेत्र से चार मंत्री व दो CPS है । कांगड़ा जिले से अभी एक कैबिनेट मंत्री है। वहीं कांगड़ा जिले से सुधीर शर्मा, यादवेंद्र गोमा, संजय रत्न में से एक या अधिकतम दो को मंत्री पद मिल सकता है।