IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय से जुड़ी दुखद खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है की प्रदेश विश्वविद्यालय के कई प्रोफ़ेसर भी समरहिल स्थित शिव मन्दिर में हुए भूस्खलन में दब गए है। आईटी विभाग, और मैथेमेटिक्स के प्रोफेसर बताए जा रहे है। सभी अब यही दुआ कर रहे है की सभी सही सलामत निकल जाए। फिलहाल एचपीयू के कर्मचारी व शिक्षक लापता हुए अपने साथियों को तलाशने के लिए उनसे संपर्क करने का हर संभव प्रयास कर रहे है।
दरअसल समरहिल और बालूगंज के समीप शिव बावड़ी के साथ जिस शिव मंदिर में मलबा गिरा है,,वो एचपीयू के नज़दीक है। शिव बावड़ी के इस क्षेत्र में ज्यादातर hpu के छात्र और एचपीयू के टीचिंग व नॉन्टीचिंग स्टॉफ के लोग रहते है।
हिमाचल की राजधानी शिमला में सोमवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। यहां के समरहिल इलाके में स्थित शिव बावड़ी मंदिर भारी बारिश की वजह से भूस्खलन की चपेट में आ गया। यहां मौजूद 25 से ज्यादा लोग मलबे में दब गए। अब तक 2 बच्चों समेत 5 शव निकाले जा चुके हैं। बाकी की तलाश जारी है।
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स्थानीय निवासी किशोर ठाकुर ने बताया कि उनके 4 भतीजे भी मंदिर के अंदर फंसे हुए है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग कह रहे कि मंदिर के अंदर फंसे लोगों के रेस्क्यू के लिए फोन आए हैं। यह सच्चाई है या अफवाह, इसकी जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि मंदिर में हर साल 15 अगस्त को भंडारा होता है और आज सावन का अंतिम सोमवार है। इसलिए भी उनके भतीजे सहित मंदिर में छह-सात लोग खीर बनाने के लिए मौजूद थे।
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शिव मंदिर में खीर बनाए आए नरेश ने बताया कि जब वह सुबह मंदिर आया था, तब यहां सब कुछ ठीक-ठाक था। वह कुछ सामान घर पर भूल गया। इसलिए मंदिर से वापस घर गया। जैसे ही दोबारा घर से मंदिर पहुंचा तो लैंडस्लाइड शुरू हो गया था और तबाही का यह मंजर उन्होंने अपनी आंखों के सामने देखा। उन्होंने बताया कि हादसे के वक्त मंदिर में दो कारपेंटर, एक नेपाली और कुछ लोग मौजूद थे। लोकल लोगों ने नेपाली को उसी वक्त मलबे से निकाल दिया। मगर कुछ लोग मंदिर के अंदर फंसे हुए है।box
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CM सुखविंदर सिंह सुक्खू भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है। फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। उधर, CM के मीडिया एडवाइजर नरेश चौहान ने कहा, 10 से 15 लोगों के फंसे होने की आशंका है।