मनजीत नेगी/IBEX NEWS,शिमला।
राज्य के सबसे बड़े अस्पताल IGMC में त्राहिमाम त्राहिमाम से कोहराम मचा है। सुबह सुबह भारी बारिश के बीच यहाँ टॉप फ्लोर स्पेशल वार्ड के बिस्तरों पर छत से पानी घुस गया। गटर टूटने से उत्पन्न हुई इस आपातकालीन स्तिथि में मरीज़ों की आह से आईजीएमसी कराह उठाऔर तत्काल मरीज़ों को शिफ्ट करना पड़ा। ऐन कई मरीज़ डबलिंग पर हैं और तीमारदार क़तारबद्ध है।
कैज़ुअलिटी तक आईजीएमसी पानी पानी हो गया। इस पुराने भवन की अधिकतर मंज़िलों पर एकाएक पानी की कुहलें चल पड़ी ये सब इतना अचानक हुआ कि किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला और देखते ही देखते पानी लोगों के पाँव के पास पहुँच गया और जूते गीले हो गए। कैजुअल्टी तक ये सिलसिला नहीं थमा और एक्स रे मशीनों तक भी पानी पहुँच गया।मेडिकल रिकॉर्ड सेक्शन पानी से तर बतर इस कदर हुआ कि पानी कि कुहलें आप भी वीडियो के ज़रिए साफ़ देख सकते है ।
देखिए एक्सक्लूसिव लाइव वीडियो में दिख रहा है लोग कितने परेशान है।बताया जा रहा हैं कि स्पेशल वार्ड में रात भर पानी बेड पर आता रहा मगर सुबह ही शिफ्टिंग हो पाई। लोग अपने कमरों में दूसरे मरीज़ों को रखने में आना कानी कर रहे थे। इस vvip वार्ड में वहीं लोग ठहराये जाते है जिनकी एक निर्धारित आय सीमा होती है। ग़रीब मरीज़ यहाँ नहीं ठहरतें। रातभर हुई मूसलाधार बारिश से आईजीएमसी का नया ओपीडी भवन का ग्राउंड फ्लोर, चार ऊपरी मंजिले ,डी ब्लॉक, कैज़ुअलिटी भवन, कैंसर अस्पताल के मुख्य द्वार के पास हाल बेहाल रहे।
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल में अस्पताल प्रशासन की चुस्त कार्यशैली का अंदाज़ा स्वयं इस बात से लगाया जा सकता हैं कि राज्य कि राजधानी शिमला में प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल एवम् मेडिकल कॉलेज की जब ऐसी हालत है तो प्रदेश के दूरगामी संस्थानों ने भारी बरसात से निपटने के कितने पुख़्ता प्रबंध किए गये होंगे। इस बारिश ने सरकारों के बरसात के लिये भवनों में किए पुख़्ता इंतज़ामों की कलई खोलकर रख दी हैं।
कैंसर अस्पताल में मुख्य गेट के पास भी पानी का फ्लो इतना तीव्र रहा कि कैंसर मरीजों को पीठ पर उठा कर ले जाना पड़ा ।
हालाँकि प्रशासनिक अधिकारी व्यस्तता के चलते मामले की प्रतिक्रिया के लिए तैयार नहीं हुए।
उधर दूसरी और ब्लॉक डी के पास भी वाटर लॉगिंग की समस्या से लोगों में भय का साया रहा। वहाँ आईजीएमसी गेट से लेकर कैज़ुअलिटी , प्रिंसिपल कार्यालय से होते ह्यूज ये सारा पानी एकत्रित होता गया।