सेब से लदे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर उन्होंने मार्ग को ओपन फॉर ऑल व्हीकल के लिए बहाली की घोषणा की।
सिंह इज किंग के नारों से गूंज उठे पहाड़।
मनजीत नेगी/ IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश के कबाइली ज़िला किन्नौर के निगुलसरी NH 5 भूस्खलन वाले पहाड़ पर सरकार ने फ़तह की। बीते दस दिनों में रात दिन कड़ी मेहनत के बाद आख़िरकार NH दसवें दिन बहाल हो गया ।किन्नौर एक बार फिर देश दुनिया से वापस जुड़ गया। भूस्खलन के कारण किन्नौर देश दुनिया से कट गया था और सैंकड़ों किसानों बागवानों की दिल की धड़कने थम सी गई थी। सेब , मटर का सीजन चरम पर हैं और भूस्खलन के कारण साल भर की मेहनत बर्बाद होने के डर से सैकड़ों लोग मायूस हो गए थे। ऐन मौके पर हिमाचल प्रदेश सरकार के वरिष्ठ राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी लोगों के लिए मसीहा बन कर आए। सारे तय कार्यक्रमों को स्थगित कर दिन रात NH बहाली कार्यों में जुटे। लोगों की दिक़्क़तों को समझा। मरीज़ों की दुखती रग पर मरहम लगाया । वहाँ डॉक्टर बैठाए। एंबुलेंस मौके पर रखी।मज़दूरों के लिए बड़े भाई की तरह विभागीय अधिकारियों , कंट्रैक्शन में जुटे कंस्ट्रक्टरों की टीम साथ दिन रात शिलाओं के बीच धूल के बीच रहे।vvip कल्चर कहीं नहीं दिखा। एनएचएआई के कर्मचारी व अन्य ठेकदारों के मजदूरों सहित भारतीय सेना व पटेल कम्पनी द्वारा बहाली के कार्य में सहयोग प्रदान किया गया। राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 की बहाली के लिए 40 श्रमिकों की तैनाती रही, जिसमें 35 निजी ठेकेदार के तथा 05 राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 के श्रमिक शामिल रहे हैं। इसके अलावा 01 कनष्ठि अभियन्ता, 01 डोज़र, 02 आर.ओ.सी मशीने तथा 03 वायु संपीड़न मशीनों की तैनाती कर सड़क बहाली का कार्य किया गया।
जगत सिंह नेगी ने अपने साथियों के साथ धूल के बीच चायपान भी किया और कुर्सी गाड़कर टीम के साथ सड़क पर हमेशा दिखे ।इस दौरान निर्माण कार्य में लगे मज़दूरों को चोट्टे भी आई उन्होंने चिकित्सा सुविधा मुहैया की और हौसले इतने बुलंद रहे कि विशालकाय पहाड़ का दिल भी मानो पसीज गया ऐसे में जब सेना से मँगवाईं मशीनरियाँ भी हार्ड रॉक्स के बीच अपने दांत खट्टे करने लगी थी और काम लगभग ठप्प होता दिख रहा था । ऐसे कठिन समय में भी हार नहीं मानी और विपक्ष के कटाक्ष के बीच आज सुबह सड़क के दोनों छोर मिल गए और बधाई देने वालों का जैसे ताँता लग गया और मौजूद लोगों के “सिंह इज किंग” के नारों से पहाड़ गूंज उठे। सेब से लदे ट्रक को हरी झंडी दिखाकर उन्होंने मार्ग को ओपन फॉर ऑल व्हीकल के लिए बहाली की घोषणा की।
इस के साथ ही सरकार में जगत सिंह नेगी का क़द और ऊँचा हो गया है।इससे पहले चंद्रताल लेक में फँसे पर्यटकों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुँचने में अहम भूमिका निभा चुके हैं। ऑक्सीजन की भारी कमी के बावजूद उन्होंने रात का सफ़र किया और हिमाचल प्रदेश सरकार के मुखिया द्वारा सौंपे दायित्व को बखूबी निभाया। अब हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में उनकी दहाड़ सुनने को मिलेगी।
उनके नेतृत्व में 07 सितम्बर की रात को किन्नौर जिला के निगुलसरी में लगभग 400 मीटर तक बाधित हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 की बहाली का कार्य संपन्न हुआ। सड़क बहाली का कार्य युद्ध स्तर पर चलाया गया
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि जिला में सेब व मटर की फसल का सीजन चालू है तथा ऐसे में यह आवश्यक था कि शीघ्र ही जिला के किसानों व बागवानों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाया जाए। निगुलसरी में रज्जू-मार्ग का निर्माण किया गया तथा किसानों व बागवानें के सेब व मटर की फसलों को स्पेन के माध्यम से मंडियो तक पहुंचाया गया। उन्होंने बताया कि अब तक बागवानों के सेब के 2250 हाॅफ बक्से, 150 फूल तथा 800 करेटों को रज्जू-मार्ग से मंडियो तक पहुंचाया गया। इसके अलावा 1800 बैग मटर की फसल को भी मंडी तक पहुंचाया गया।
जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि वर्तमान हिमाचल सरकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए निरंतर तत्परता से कार्य कर रही है तथा प्रदेश के लोगों के साथ हर आपदा की स्थिति में दृढ़ता और कर्तव्य निष्ठा से खड़ी है। जिला में इस राष्ट्रीय उच्च मार्ग के बाधित होने से जिला अन्य जिलों से पूर्णतः कट चुका था तथा जिसकी बहाली के लिए उन्होंने स्वयं मोर्चा संभालते हुए सड़क बहाली कार्य से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों को शीघ्र बहाली करने के आदेश दिए।
उन्होंने बताया कि पहाड़ के दरकने से लगभग 400 मीटर तक सड़क पूर्णतः क्षतिग्रसत हो गई थी तथा चट्टान के कारण सड़क बहाली में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, परंतु दृढ़ निश्चय व संकल्प से अब केवल 20 मीटर सड़क की बहाली का कार्य बचा है जिसे कल तक पूर्ण कर लिया जाएगा।