IBEX NEWS शिमला
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवम विधायक जगत सिंह नेगी ने किन्नौर जिला और पुलिस प्रशासन को जम कर लताड़ा है।लोक कलाकार केदार नेगी से सरकारी कार्यक्रम में भरे सभागार में माईक छीनने के मामले में अफसरशाही को दो टूक चेताया है यहां तानाशाह रवैया और गुंडागर्दी न फैलाएं।
ये न सोचे की जनजातीय जिला किन्नौर में कोई पूछने वाला नहीं। किन्नौर के लोग सभ्य और शांत है जब अपने सम्मान की बात आती है तो बख्शते नहीं।यहां लोकतंत्र है संविधान है ।लोकतंत्र की हत्या बर्दाश्त नहीं होगी। लोगों की समस्या के निवारण और उनके दुख दर्द हरने के लिए जिलाधीश की तैनाती होती है।
लोकतंत्र के भीतर चाहे अफसरशाही हो या नेता या फिर कोई भी कर्मचारी सभी को अपना दायित्व दिया गया है। ऐसे में लोगों के हित में काम निर्वहन करने की बजाय जिलाधीश किन्नौर लोगों को डरा धमका रहे है।
जगत नेगी ने यह भी आरोप लगाया कि जब केदार सिंह नेगी और दूसरे कलाकार जो इंटक के प्रदेश सचिव भी है जिलाधीश के पास मामले की शिकायत लेकर घटना के दूसरे दिन गए तो उनके साथ अभद्र व्यवहार कर धमकाया गया ।
यहां जारी पत्रकारवार्ता की वीडियो क्लीपिंग में उन्होंने कहा है कि एक सरकारी कार्यक्रम में अमृत महोत्सव की संध्या में स्वयं जिला प्रशासन ने स्टार नाईट लोक कलाकार केदार नेगी को दी थी। ये कार्यक्रम निजी नहीं था। एक पुलिस अधिकारी सहित 3वर्दी धारी ने मंच पर जाकर जबरन माईक छीन लिया और नीचे उतार दिया। तब कलाकारों ने कोई अपवाद नहीं किया और दुसरें दिन डीसी महोदय से शिकायत की।
जिला किन्नौर के मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि मंच पर जाकर गाने से रोका गया उनका अपमान किया गया।मानसिक पीड़ा से कलाकारों को गुजरना पड़ा। इस पर जब पुलिस प्रशासन से शिकायत की गई तो पुलिस अधीक्षक ने जांच डीएसपी को सौंपी है। कोई एफआईआर दर्ज नहीं की। न ही माफी मांगी।
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कोर्ट जाएगी मामले पर जिला कांग्रेस…जगत नेगी।
पुलिस और जिला प्रशासन पर सुस्त रवैया बरतने पर कांग्रेस विधायक ने कड़े तेवर अपनाए है कहा है कि अफरशाही से लोग डरने वाले नही। लोकतंत्र में जो अधिकार मिले है उनका उपयोग करते हुए जिला कांग्रेस मामले पर न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी और उग्र आंदोलन होंगे। घटना के बाद जब विरोध रैली निकाली गई तो जिलाधीश बिना कोई कार्यक्रम से यहां से चलें गए।
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगत सिंह नेगी ने आरोप लागाया है कि पूरे देश के साथ राज्य के किन्नौर ने भी अमृत महोत्सव मनाया गया। मगर सारा अमृत तो किन्नौर की विपक्षी पार्टी भाजपा पी गई। हमें किसी भी कार्यक्रम में बुलाया ही नहीं गया। क्राफ्ट मेला हर साल लगता है इसे इस बार सरकारी कार्यक्रम बनाने के लिए अमृत महोत्सव से जोड़ा गया।
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मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। शिकायत करने पर जब कलाकार पहुंचे थे तो उनकी पूरी बात को सुना। केदार नेगी को जिला प्रशासन ने महोत्सव की आखिरी संध्या में बतौर प्रमुख कलाकार आमंत्रित किया था। अगर उन्हें लगता है की उनसे ज्यादती हुई और माईक छीना गया अपमान किया गया तो अपने कार्यालय में मैंने उनसे इस बात की क्षमा याचना भी की।पुलिस अधीक्षक किन्नौर ने भी उनसे माफी मांगी। ये सरकारी कार्यक्रम हमारे किन्नौर के लोगों का सभी का था।
मगर ये अड़ गए हैं कि एसएचओ माफी मांगे।ये प्रावधान नियमों में नहीं है। उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठाई है।जो जांच पर सामने आएगा उसके मुताबिक कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
एक जिले के डीसी, एसपी हम दोनों ने केदार नेगी से माफी मांगी है । इस मामले को बेवजह राजनीतिक रंग में रंगा जा रहा है। कांग्रेस विधायक के आरोप सरासर गलत है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है की केदार नेगी गाना गाते हुए स्टेज से नीचे उतर गए थे। निर्धारित समय भी पूरा हो गया था।शायद माईक वापस इसलिए लिया गया कि वे अपनी परफॉर्मेंस दे चुके है। वहां लोगों का हुजूम था।सुरक्षा के लिहाज से भी उनके पास प्रशासन मुस्तैद था।