हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट बदली,येलो अलर्ट के बीच प्रदेश के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी। राजधानी शिमला व अन्य भागों में झमाझम बारिश का दौर।

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IBEX NEWS,शिमला।

हिमाचल प्रदेश में मौसम ने करवट बदली है। येलो अलर्ट के साथ ही राज्य के उच्च पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी व अन्य में बारिश दर्ज की गई है। प्रदेश की राजधानी शिमला व अन्य भागों में झमाझम मेघ बारस रहे है। शिमला में सोमवार सुबह 9:00 बजे ही अंधेरा हो गया और तेज हवाओं के साथ बारिश होने से राजधानी का मौसम ठंडा हो गया है।

सुबह करीब 8:45 बजे तेज हवाओं के साथ राजधानी में बूंदाबांदी शुरू हुई। धुंध के चलते अंधेरा इतना बढ़ गया कि लोगों को शिमला की सड़कों पर अपनी गाड़ियों को हेडलाइट जलानी पड़ गई ओर ऐसे मौसम के तेवरों से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है।

पूरे प्रदेश की बात करें तो किन्नौर के छितकुल में दोपहर से बर्फ गिरनी शुरू हो गई हैं ,चंबा जिले के लक्कड़मंडी में बर्फबारी दर्ज की गई है।रोहताँग , लाहौल स्पीति में बर्फबारी का क्रम जारी है।सिरमौर जिले में भी अंधड़ के साथ बारिश हो रही है। यहां दिन में अंधेरा छा गया। सोलन में भी मौसम खराब बना हुआ है। ऊना जिले में भी मौसम खराब है। यहां दिन में अंधेरा छाने के साथ तेज हवाओं से ठंडक बढ़ गई है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की ओर से आज प्रदेश में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जबकि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है। मंगलवार को भी अधिकतर भागों में बारिश व चोटियों पर बर्फबारी की संभावना है। राज्य में 18 अक्तूबर तक मौसम खराब रहने की संभावना है। 19 से मौसम साफ होने के आसार हैं। 

 भरमौर-पठानकोट हाईवे समेत पांच मार्गों पर भूस्खलन से यातायात बाधित है। 

लोग घरों से गर्म कपड़े पहनकर निकल रहे
उधर, सोमवार सुबह बिलासपुर जिले में शुरू बारिश और तेज सर्द हवाएं चलने से ठिठुरन बढ़ गई। लोग घरों से गर्म कपड़े पहनकर निकल रहे हैं। बारिश से किसानों ने राहत की सांस ली है। मक्की की कटाई के बाद जिले भर में किसान रबी फसलों की बिजाई के लिए तैयारी कर रहे हैं। इस माह अक्तूबर से रबी की फसल का सीजन शुरू होने जा रहा है। यह बारिश कृषि के लिए बहुत लाभदायक है। प्रदेश में बारिश से गेहूं और सब्जियों की फसल को फायदा मिला है। बिजाई के दौरान बारिश से गेंहू की फसल को लाभ मिलने की संभावना है। टमाटर की तैयार फसल के लिए भी बारिश संजीवनी बन कर बरसी है। प्रदेश के ऊपरी क्षेत्रों में तैयार मटर की फसल के लिए भी बारिश फायदेमंद बताई जा रही है। धनिया, लहसुन, सरसों, मूली, शलगम, मेथी की फसल के लिए भी बारिश लाभदायक साबित होगी। इन दिनों आगामी फसल के लिए प्याज, बंदगोभी और फूलगोभी की पनीरी तैयार की जा रही है।



न्यूनतम तापमान
शिमला में न्यूनतम तापमान 11.0, सुंदरनगर 13.0, भुंतर 10.1, कल्पा 3.0, धर्मशाला  15.2, ऊना 15.6, नाहन 16.1, केलांग 1.4, पालमपुर 12.5, सोलन 11.7, मनाली 6.1, कांगड़ा 15.4, मंडी 13.0, बिलासपुर 17.0, चंबा 13.9, डलहौजी 7.9, जुब्बड़हट्टी 11.5, कुफरी 8.8, कुकुमसेरी 2.1, नारकंडा 7.6, रिकांगपिओ 6.8, सेऊबाग 8.5, धौलाकुआं 16.9, बरठीं 15.4,  मशोबरा 10.8, पावंटा साहिब 22.0, सराहन 8.5 और देहरागोपीपुर में 14.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।