IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के नाथपा के पास छठवें दिन एनएच-पांच आज शाम बहाल हो गया है। जिसके चलते हजारों लोगों और वाहन चालकों , पर्यटकों को बड़ी राहत मिली है। गुरुवार दोपहर बाद करीब सवा चार बजे भूस्खलन से बंद एनएच बहाल होने से शिमला से किन्नौर और किन्नौर से शिमला की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही सुचारू हो गई।इससे किन्नौर में फँसी गाड़ियों को अब वाहन चालक वापस ला पाएँगे जो गाड़ियाँ वहीं छोड़ कर वापस बस और टैक्सियाँ करके बाधित मार्ग भावानगर से शिमला, सोलन या अन्य स्थलों अपने गंतव्य पहुँचे थे। जिले के बागवानों और किसानों को अब सेब और अन्य फसलों को विभिन्न मंडियों में पहुंचाने में कोई परेशानी नहीं होगी।एक मर्तबा सुबह भी ये मार्ग बहाल हो गया था मगर बड़ी चट्टान ने पूरा काम ख़राब कर दिया था और फिर उम्मीद टूटती दिखी थी कि अब न जाने कितना समय और दिन लग जाएँगे। मज़दूरों, मशीनों चालकों , विभागीय कर्मचारियों की कड़ी मेहनत से छठवें दिन बाधित मार्ग खुल पाया।
दरअसल नाथपा के पास बीते शनिवार की रात पहाड़ी से भूस्खलन होने से एनएच का 200 मीटर पूरी तरह मलबे और चट्टानों में दब गया था। एनएच प्राधिकरण ने अवरुद्ध मार्ग को बहाल करने की काफी कोशिश की, लेकिन बार-बार पत्थरों के गिरने से काम करना मुश्किल हो गया था। प्रशासन के अनुसार फिलहाल रात के समय वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया जाएगा, जिससे किसी प्रकार कोई घटना पेश न आए।
प्रशासन ने एनएच बहाल होते हुए सबसे पहले गैस सिलिंडरों और पेट्रोल-डीजल की गाड़ियों को किन्नौर की ओर भेजा। एनएच-पांच प्राधिकरण रामपुर के अधिकारियों का कहना गई कि दोपहर के बाद एनएच बहाल कर दिया है। बाद में भूस्खलन होने से सड़क बहाली में दिक्कत पेश आई। लेकिन कर्मचारियों और मजदूरों ने कड़ी मशक्कत के बाद सड़क को बहाल कर दिया।