किन्नौर की समृद्ध संस्कृति, रीति-रिवाज, खान-पान व पहरावे के संरक्षण एवं संवर्धन का प्रतीक है राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव – जगत सिंह नेगी
राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे
महोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या रही मन्नत नूर, ए.सी भारद्धाज, टिपा संस्थान धर्मशाला, एनजेडसीसी पटियाला व त्रिकोण मिति के कलाकारों के नाम
IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश के ज़िला किन्नौर के ठाकुर सेन नेगी राजकीय महाविद्यालय रिकांग पिओ की छात्रा नेन्सी के सिर सजा मिस किन्नौर का खिताब सजा है वहीं दल प्रथम रन्नर-अप शिवानी , द्वितीय रन्नर-अप रहीं।राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला के रिकांग पिओ स्थित मिनि स्टेडियम में आयोजित किए जा रहे राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव के इस समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि अध्यक्षता की।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर की समृद्ध संस्कृति, रीती-रिवाज, खान-पान व पहरावे के संरक्षण एवं संवर्धन का प्रतीक है राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव।
राजस्व मंत्री ने उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में मेलों का सांस्कृतिक महत्व है और विविधता में एकता की भावना को बढ़ावा देने में पारम्परिक मेले अत्यंत महत्व रखते हैं। किन्नौर जिला में वर्ष 1994 से मनाया जा रहा किन्नौर महोत्सव जनजातीय सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण व संवर्धन में जहां एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, वहीं जनजातीय क्षेत्रों की संस्कृति के प्रचार-प्रसार में भी अहम योगदान प्रदान करता है। उन्होंने मेला समिति को किन्नौर महोत्सव के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के कुशल नेतृत्व में प्रदेश सरकार हिमाचल में आई आपदा से राहत प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयासरत है तथा प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि आपदा के कारण हुए नुकसान के लिए 3500 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज पुनःउत्थान एवं पुनर्वास के लिए घोषित किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा कच्चे मकान को हुए नुकसान के लिए 01 लाख 50 हजार रुपये की राशि को बढ़ाकर 07 लाख रुपये प्रति घर किया गया। उन्होंने बताया कि आपदा से जिन भेड़ पालकों की भेड़ों का नुकसान हुआ है उन भेड़ पालकों के लिए सरकार द्वारा मुआवज़ा राशि को 4000 रुपये से बढ़ाकर 6000 रुपये किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जनजातीय जिलों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायिका मन्नत नूर ने अपनी आवाज का जादू बिखेरा। इसके अलावा हिमाचली गायक ए.सी भारद्वाज व त्रिकोण मिति के कलाकारों ने भी उपस्थित जनों को मनोरंजन किया। यूनिवर्सल डांस स्टूडियो किन्नौर के कलाकारों ने भी नृत्य प्रस्तुत कर सभी को आनंदित किया।
सांस्कृतिक संध्या में तिब्बती प्रदर्शन कला संस्थान के कलाकारों ने तिब्बती संस्कृति को बेहतरीन ढंग से प्रस्तुत कर सांस्कृतिक संध्या का समा बांधा। इसके अलावा उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र पटियाला व पंजाब के कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति दी। इससे पूर्व महोत्सव में पहाड़ी संध्या का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां प्रस्तुत की।
इस अवसर पर महोत्सव के दौरान आयोजित की गई राज्य स्तरीय बॉक्सिंग प्रतियोगिता, शतरंज प्रतियोगिता, जिला स्तरीय लोक नृत्य, वाद्य यंत्र व लोक गायन प्रतियोगिता, बेबी शो प्रतियोगिता व रस्सा कस्सी प्रतियोगिता में विजेता रहे प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि द्वारा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
इसके अलावा होम गार्ड बैर्ण्ड किन्नौर को भी स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर केंद्र सरकारी प्राथमिक पाठशाला पांगी के आहान नेगी को बेहतरीन भाषण प्रस्तुत करने के लिए ऐच्छिक निधि से 25 हजार रुपये की राशि प्रदान करने की घोषणा की।
इस अवसर पर उपायुक्त एवं अध्यक्ष मेला समिति किन्नौर तोरूल रवीश, पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल, पूर्व जिला परिषद सदस्य उमेश नेगी, निदेशक हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक विक्रम नेगी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।