IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश के सैकड़ों बिजली कर्मचारी, पेंशनर और इंजीनियर अपना काम छोड़कर प्रदेशभर से शिमला पहुंचे हैं और ओल्ड पेंशन स्कीम नहीं मिलने और बिजली बोर्ड के MD को हटाने की मांग को लेकर मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं। जरूरी हुआ तो कर्मचारी प्रदेश सचिवालय की ओर भी कूच कर सकते हैं। इस प्रदर्शन में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल हुई है।बिजली बोर्ड इंजीनियर और कर्मचारी जॉइंट एक्शन कमेटी के सह संयोजक हीरालाल वर्मा ने बताया कि अब कर्मचारी OPS लेकर रहेंगे। बिजली बोर्ड कर्मियों ने इसके लिए सरकार को 9 महीने का वक्त दिया है। अब आश्वासन से बात नहीं बनेगी।
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बताया कि OPS के साथ बोर्ड कर्मचारी अस्थाई MD को हटाने की भी मांग कर रहे हैं, क्योंकि सरकार ने IAS अधिकारी को MD लगाया है, जिससे बोर्ड की माली हालत ज्यादा खराब हो रही है। अमूमन बिजली बोर्ड में सीनियर पावर इंजीनियर की तैनाती की जाती थी।हिमाचल सरकार कांग्रेस की चुनावी गारंटी के अनुसार, सभी विभागों में कर्मचारियों को OPS दे चुकी है। मगर बिजली बोर्ड के लगभग 6600 कर्मचारियों को अब तक OPS नहीं दी गई है। इसके लिए कई बार बिजली कर्मचारी सड़कों पर उतर चुके हैं, लेकिन हर बार मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू के आश्वासन पर इन्होंने अपनी स्ट्राइक को खत्म किया।इस बार बिजली कर्मचारियों ने सैलरी के पांच दिन प्रदेशभर में प्रदर्शन किया। तब जाकर छह जनवरी को इन्हें सैलरी दी गई। इसी तरह पेंशनर को भी छह जनवरी को ही पेंशन दी गई। प्रदेश के बिजली कर्मचारी और पेंशनर 2 जनवरी से निरंतर अपने-अपने दफ्तरों के बाहर दोपहर एक बजे से प्रदर्शन कर रहे थे, लेकिन आज प्रदेशभर से कर्मचारी और इंजीनियर शिमला पहुंच रहे हैं।