भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र किन्नौर व लाहौल-स्पीति जिले की 13 पंचायतों के जनप्रतिनिधि।चीन सीमा के निकट लियो से चांगो सड़क निर्माण की माँग रखी, BRO के सुपुर्द करने का किया आग्रह।

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दोनों जिलो की अंतरमहापंचायत ने जनजातीय क्षेत्र में नौतोड़ की बहाली करने का मामला भी उठाया।रक्षा मंत्री ने दिया भरपूर आश्वासन।

मनजीत नेगी/IBEX NEWS,शिमला।

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से आज दिल्ली में हिमाचल प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र किन्नौर व लाहौल-स्पीति जिले की 13 पंचायतों के जनप्रतिनिधि मिले । इस दौरान उन्होंने माँग पत्र सौंपा और चीन सीमा के निकट लियो से चांगो सड़क निर्माण की माँग की और इसे BRO के सुपुर्द करने का आग्रह किया।लियो, चांगो, शल्खर, गियू, पूह आदि गाँव के अंतरमहापंचायत जनप्रतिनिधियों ने इस अवसर पर जनजातीय क्षेत्र में नौतोड़ की बहाली करने का मामला भी उठाया।रक्षा मंत्री ने इसके लिए भरपूर आश्वासन दिया है। प्रतिनिधिमण्डल में शामिल रहे शल्खर के संजय कुमार ने बताया कि रक्षा मंत्री को बताया कि लियो बाईपास रोड के लिये वर्ष 2005 में राज्य सरकार ने लोक निर्माण को भरपूर बजट मुहैया करवाया था। 17 सालों में भी अब तक ये काम अधूरा है।आलम ये हैं कि 11 किलोमीटर इस सड़क का एक चौथाई काम भी पूरा नहीं हो पाया है और न ही उम्मीद है। इस बाईपास का काम DGBR केंद्रीय दीपक प्रोजेक्ट ग्रेफ़ को दिया जाए ताकि अल्पनिर्धारित समय में इसका निर्माण पूरा हो पाए। उप तहसील हंगरंग किन्नौर से लेकर किब्बर लाहौल तक अंतर्राष्ट्रीय सीमा चीन से लगती है।समद्दु स्पीति पर हमारी सेना सीमा पर है।

             

इस सड़क निर्माण से क्षेत्र के लोगों को निर्बाध परिवहन सुविधा मिलेगी और पर्यटकों को भी आवागमन से संबंधी समस्याओं से निजात मिलेगी। सेना व अर्द्धसैनिक बलों के लिए भी यह लाभप्रद होगी।

प्रतिनिधिमंडल ने लियो से चांगो सड़क के निर्माण कार्य सहित इन क्षेत्रों की अन्य विकासात्मक आवश्यकताओं से उन्हें अवगत करवाया। चीन शासित तिब्बत सीमा से सटी इस सड़क के निर्माण कार्य सहित इन क्षेत्रों की दिक़्क़तों पर भी बात की।

बॉक्स इस मामले पर सड़क परिवहन मंत्रालय के मंत्री नितिन गड़करी से भी प्रतिनिधिमण्डल ने मिलने की तैयारी की थी ताकि उनके समक्ष भी मसला रखा जा सके।

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