IBEX NEWS, शिमला।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को अपने सात कैबिनेट मंत्रियों को अतिरिक्त पोर्टफोलियो दिए हैं। लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सुक्खू ने एक तरह से सियासी संतुलन साधते हुए सभी को खुश करने की कोशिश की है। हर तरह के डैमेज कंट्रोल के लिए बड़ा दिल दिखाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंत्रियों को खुश और संतुष्ट करने के अपने ही विभागों को कम कर मंत्रियों में बांट दिए हैं। इस आबँटन के ज़रिए सीएम ने तुरुप का पत्ता फेंकते हुए पोर्टफोलियो आवंटन से सूझबूझ का परिचय देते हुए राजनीतिक व क्षेत्रीय संतुलन साधा है।
धर्माणी,यादविंद्र गोमा और विक्रमादित्य सिंह को भी बडे़ विभाग दिए हैं।
सुक्खू ने जगत सिंह नेगी का क़द सरकार में बढ़ाया है उन्हें मुख्यमंत्री ने एक नया विभाग जन शिकायत निवारण बनाकर इसका जिम्मा राजस्व एवं बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी को दिया है।उनके पास अब चार विभाग राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास और जनशिकायत निवारण हो गए हैं। इस तरह से मुख्यमंत्री ने उन पर खास भरोसा जताया है। जगत सिंह नेगी उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री की भाँति वे भी चार विभागों का जिम्मा सम्भालेंगे।
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल से लेबर एंड एंप्लायमेंट महकमा वापस लेकर इंडस्ट्री मिनिस्टर हर्ष वर्धन चौहान को दिया गया है।हालांकि, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर को मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग ही दिया गया है। इसकी वजह उनके पास बडे़ विभाग शिक्षा का होना है।
मंत्री हर्षवर्द्धन चौहान के पास अब उद्योग, संसदीय कार्य और श्रम एवं रोजगार विभाग होंगे। उन्हें श्रम एवं रोजगार नया विभाग दिया गया है। यह मुख्यमंत्री के पास था। नए बने मंत्री यादविंद्र गोमा को आयुष विभाग हर्षवर्द्धन चौहान से वापस लेकर मिला था।
पिछले महीने मंत्री रोहित ठाकुर से तकनीकी शिक्षा, व्यावसायिक और औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग वापस लेकर राजेश धर्माणी को दिया गया था। इससे धर्माणी के समर्थक बहुत संतुष्ट नहीं थे, जबकि धर्माणी मुख्यमंत्री सुक्खू के पुराने मित्र हैं, मगर मुख्यमंत्री सुक्खू ने अपने पास रखे नगर नियोजन और आवास विभागों को राजेश धर्माणी को देकर उनका कद और बड़ा कर दिया है। इसी तरह नए बने मंत्री यादविंद्र गोमा को विक्रमादित्य सिंह से युवा सेवाएं एवं खेल विभाग लेकर दिया गया था।विक्रमादित्य सिंह के समर्थकों में असंतोष था, मगर विक्रमादित्य सिंह के पास लोक निर्माण विभाग जैसा बड़ा महकमा पहले से ही है। अब उन्हें शहरी विकास विभाग देकर उन्हें एक और बड़ा महकमा दिया गया है।
नए मंत्री यादविंद्र गोमा पर भी भरोसा जताते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने उन्हें विधि विभाग दिया है। यानी गोमा के पास भी तीन विभाग को हो गए हैं।
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर से तकनीकी शिक्षा विभाग को लेकर नए बने मंत्री राजेश धर्माणी को दिया गया था। उनके पास उच्च शिक्षा और प्रारंभिक शिक्षा रह गए थे। अब रोहित ठाकुर को मुद्रण एवं लेखन सामग्री विभाग दिया गया है।