चार दिन बाद पानी की सप्लाई होगी।किन किन एरिया में कब कब होगी ये उस शेड्यूल में तय किया गया है।
IBEX NEWS,शिमला।
राजधानी के लोगों की प्यास बुझाने वालीं अहम 2 पेयजल परियोजनाओं में से एक परियोजना सूखने की कागार पर पहुंच गई है और आलम यह है कि अब शिमला शहर की जनता सिर्फ गुम्मा परियोजना के सहारे रह गई है वो भी ज्यों ज्यों पारा बढ़ रहा है उसकी सांसे भी अट्क सकती है और यदि गुम्मा परियोजना से भी पानी सूख जाएगा तो लोगों को पीने के पानी के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ेगा। रविवार को शिमला शहर के लिए पानी बाँटने के बाबत शेड्यूल जारी हुआ है जिसमें कहा गया है कि चार दिन बाद पानी की सप्लाई होगी।किन किन एरिया में कब कब होगी ये उस शेड्यूल में तय किया गया है।
शिमला को पानी देने वाली सबसे बड़ी पेयजल परियोजना गिरि का जलस्तर घट गया है, ऐसे में शहर में पानी की भारी किल्लत होनी लाजमी है। हालांकि कंपनी का दावा है कि शहर वासियों को 2 दिन छोड़कर पेयजल सप्लाई दी जा रही है, लेकिन यदि जलस्तर घट गया तो शैड्यूल बदला जाएगा और अब दी दिन की बजाय चार दिन बाद पानी देने वाला शेड्यूल जारी हो गया है।गिरि पेयजल परियोजना से शहर को करीब 20 एमएलडी पानी सप्लाई होता है, लेकिन जलस्तर घटने के कारण शनिवार रात को यहां से सिर्फ 6 एमएलडी पानी की लिफ्ट हो पाया है।
जलस्तर घटने के कारण कंपनी के बड़े अधिकारियों ने रविवार को परियोजना का दौरा किया और स्थिति जांची है और चार दिन बाद वाटर सप्लाई के लिए शेड्यूल तय कर दिया है।
उच्च पदस्थ अधिकारियों का कहना है कि सोमवार को भी गिरि पेयजल परियोजना से पानी लिफ्ट नहीं हो सकता है। परियोजना का जलस्तर घटने के कारण शहर को पानी की किल्लत हो सकती है, लेकिन शहर वासियों को पानी की किल्लत महसूस नहीं होने देंगे। इसके लिए लोगों को टैंकरों से भी पेयजल सप्लाई दी जाएगी।
पांच दिनों से पानी का इंतजार कर रहे लोग
इसके अलावा शहर के उपनगरों में लोग पांच दिनों से पानी का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि जल प्रबंधन निगम का दावा है कि शहर में 2 दिन बाद पानी की सप्लाई आएगी।
शहर के लोअर पंथाघाटी, घोड़ा चौकी, चक्कर, संजौली और ढली के कई क्षेत्रों चार से पांच दिन बाद पानी की सप्लाई आ रही है।