टैक्सी चालक के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को पंजाब से गिरफ्तार।
गाड़ी में खून के धब्बे मिले,पैसों पर से हुआ झगड़ा, गमछे से गला घोंट कर उतारा मौत के घाट।
IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल की राजधानी से पंजाब के दो सैलानियों को लेकर गए मनाली गए टैक्सी चालक के संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को पंजाब से गिरफ्तार किया है। दोनों को बिलासपुर लाया जा रहा है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि मनाली से लौटते समय बिलासपुर के घागस के पास चालक की हत्या कर दी गई और शव को किरतपुर नहर में फेंक दिया। इसके बाद आरोपी पंजाब फरार हो गए।
बता दें, विक्ट्री टनल में टूअर एंड ट्रैवल का काम करने वाले रामकृष्ण मनाली से बिलासपुर आते समय बीच रास्ते में लापता हो गए थे। इसके बाद उनके बेटे की शिकायत पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की।
प्रारंभिक जांच में पुलिस ने टैक्सी को लुधियाना से बरामद करने में कामयाबी हासिल की, लेकिन हरिकृष्ण का कोई सुराग नहीं लग पाया। वाहन में खून के धब्बे भी मिले। अब पुलिस ने दो आरोपियों को पंजाब से गिरफ्तार किया है। पुलिस को दी शिकायत में उनके बेटे देशराज ने बताया कि 24 जून को उसके पिता अपनी टैक्सी नंबर एचपी 01ए-5150 में दो सवारियों को ताराहाल शिमला से मनाली लेकर गए। 25 जून की शाम करीब 8:00 बजे इसकी घर पर बात हुई तो उन्होंने कहा कि मैं बरमाणा पहुंच गया हूं। सवारियां बिलासपुर छोड़कर गांव चला जाऊंगा।
इसके बाद रात को 11:00 बजे फोन ऑफ हो गया। 26 जून देशराज पिता की तलाश के लिए दाड़लाघाट, भराड़ीघाट और बरमाणा की तरफ गए तो भराड़ीघाट कयारड़ा पेट्रोल पंप के सीसीटीवी में टैक्सी दिखाई दी, जिसे एक सैलानी चला रहा था जबकि दूसरा बैठा हुआ था। उन्होंने बताया कि पिछली सीट पर कोई व्यक्ति लेटा हुआ दिख रहा था। इसके बाद एक बार फिर 26 जून को मोबाइल ऑन होने पर उसकी लोकेशन नम्होल के पास आ रही थी। देशराज ने शक जाहिर किया है कि टैक्सी में मनाली घूमने गए गुरमीत सिंह और जसकरण सिंह निवासी लुधियाना किसी बात को लेकर विवाद होने पर उसके पिता को गायब कर दिया है। अब पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है। डीएसपी मुख्यालय मदन धीमान ने बताया कि आरोपियों को पकड़कर बिलासपुर लाया गया है।
जिला शिमला की टैक्सी यूनियनों के पदाधिकारी डीसी से मिले
जिला शिमला की विभिन्न टैक्सी यूनियनों के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को डीसी व पुलिस अधीक्षक शिमला से मिला। इस दौरान पदाधिकारियों ने 25 जून को शिमला के टैक्सी मालिक हरिकिशन की हत्या को लेकर प्रशासन के समक्ष अपना विरोध प्रकट किया। यूनियनों के पदाधिकारियों ने प्रशासन से मांग की है टैक्सी सेवाओं से जुड़े लोगों को सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए। लगातार टैक्सी चालकों और मालिकों के साथ मारपीट हो रही है और अब तो सरेराह हत्या तक टैक्सी मालिक की कर दी गई है। टैक्सी मालिक की हत्या करके उसकी गाड़ी को लेकर पंजाब पहुंच गए और प्रशासन को इस बारे में कोई भी भनक नहीं लगी। यह प्रशासन की नाकामी है। यूनियन ने प्रशासन से आग्रह किया है कि हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और पीड़ित परिवार को मुआवजा देकर राहत प्रदान की जाए। साथ ही आए दिन बाहरी राज्य से आए टैक्सी चालकों के साथ स्थानीय शरारती तत्वों द्वारा मारपीट करना, प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है, जिससे आज हिमाचल के हर कोने के टैक्सी चालकों के साथ बाहरी राज्यों में मारपीट व गाड़ी तोड़ने जैसी वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है। वहीं प्रशासन ने यूनियन के पदाधिकारियों को विश्वास दिलाया कि इस मामले में जल्द सख्त कार्रवाई की जाएगी और आने वाले समय में ऐसे ही घटनाएं न हो इसके लिए पुरजोर कोशिश की जाएगी।