कहा,निगुलसरी, पांगी नाला, पागल नाला, मलिंग नाला जैसे संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त मशीनरी एवं मजदूरों को तैनात करने के किए जाए ताकि आपात स्थिति में तत्काल प्रभाव से कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके और स्थानीय लोगों को तत्काल प्रभाव से राहत प्रदान की जा सके।
IBEX NEWS,शिमला।
राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला के आई.टी.डी.पी भवन के सम्मेलन कक्ष में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जनजातीय जिला किन्नौर में मॉनसून सीजन को लेकर तैयारियों का जायजा लिया तथा उपस्थित स्वास्थ्य, पुलिस, ग्रेफ, आई.टी.बी.पी, होमगार्ड, अग्निशमन, जल शक्ति विभाग, विद्युत, लोक निर्माण विभाग एवं राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 प्राधिकरण को बेहतर समन्वय स्थापित करने का आह्वान किया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
राजस्व मंत्री ने जिला प्रशासन को निगुलसरी, पांगी नाला, पागल नाला, मलिंग नाला जैसे संवेदनशील स्थानों पर पर्याप्त मशीनरी एवं मजदूरों को तैनात करने के निर्देश दिए ताकि आपात स्थिति में तत्काल प्रभाव से कार्यवाही सुनिश्चित की जा सके और स्थानीय लोगों को तत्काल प्रभाव से राहत प्रदान की जा सके।
कैबिनेट मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों से सीधे संवाद के माध्यम से विस्तृत चर्चा की और पुलिस एवं आई.टी.बी.पी को त्वरित प्रतिक्रिया दल को आपात स्थिति के लिए हर समय तैयार रहने के निर्देश दिए ताकि भू-स्खंलन एवं बादल फटने जैसी आपदा के समय तुरंत राहत पहुंचाई जा सके और बहुमूल्य जानों को बचाया जा सके।
उपायुक्त किन्नौर डॉ. अमित कुमार शर्मा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया और जिला प्रशासन द्वारा आपदा के लिए उठाए गए कदमों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया।
बैठक में उपमण्डलाधिकारी कल्पा डॉ. मेजर शशांक गुप्ता, सहायक आयुक्त विजय कुमार, उपपुलिस अधीक्षक नवीन जालटा, वनमण्डलाधिकारी अरविंद कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी, तहसीलदार मूरंग विक्रमजीत सिंह सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।