बेटियों को शिक्षित कर, स्वयं सहित देश व प्रदेश को करवाएं गौरवान्वित – जगत सिंह नेगी

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किन्नौर जिला के राजकीय उच्च विद्यालय सुंगरा में आयोजित बेटी-बचाओ बेटी-पढ़ाओ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की

भाषण प्रतियोगिता के प्रत्येक प्रतिभागी को 05 हजार रुपये तथा सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए महिला मण्डलों को 10 हजार रुपये की राशि प्रदान की

IBEX NEWS, शिमला

बेटियों को शिक्षित करने से माँ-बाप सहित देश व प्रदेश का नाम होता है रोशन। यह बात राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन-शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज किन्नौर जिला के निचार विकास खण्ड की ग्राम पंचायत सुंगरा के राजकीय उच्च विद्यालय के मैदान में आयोजित बेटी-बचाओ बेटी-पढ़ाओ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए कही।

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर कहा कि बेटियां हमारी शान होती हैं और जनजातीय जिला किन्नौर की बेटियों ने तो हिमाचल प्रदेश को राष्ट्र व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा सहित खेल के क्षेत्र में कई बार गौरवान्वित किया है। इसलिए, हमारा कर्तव्य बनता है कि हम अपनी बेटियों को शिक्षित कर उन्हें जिंदगी में आगे बढ़ने का मौका प्रदान करें ताकि वह देश व प्रदेश का नाम इसी प्रकार रोशन करती रहें तभी बेटी-बचाओ बेटी-पढ़ाओ अभियान को सफल किया जा सकता है। 

जनजातीय विकास मंत्री ने बताया कि हिमालच में कन्या भ्रूण हत्या को जड़ से मिटाने तथा लड़कियों को बेहतर जीवन प्रदान करने के दृष्टिगत वर्तमान प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू की उदारतापूर्ण सोच के चलते गत वर्ष ही इंदिरा गांधी बालिका सुरक्षा योजना के तहत एकल लड़की के माता-पिता को प्रदान की जाने वाली प्रोत्साहन राशि को 35 हजार रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये किया गया तथा दो लड़कियों के उपरान्त परिवार नियोजन करने वाले मात-पिता को एक लाख रुपये की राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया ताकि प्रदेश में लिंग अनुपात को बढ़ाया जा सके और लोगों में बेटा-बेटी के भेदभाव की सोच को समाप्त किया जा सके। 

जनजातीय विकास मंत्री ने बताया कि वर्तमान प्रदेश सरकार ने बेटी है अनमोल योजना को आरंभ किया जिसके तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को पहली बेटी का जन्म होने पर 10,000 रुपये की छात्रवृत्ति पोस्ट ऑफिस या फिर बेटी के बैंक खाते में जमा की जाएगी। इसके अलावा पहली कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक 300 रुपये से लेकर 12000 रुपये तक की आर्थिक सहायता किताबें और वर्दी खरीदने के लिए प्रदान की जाएगी तथा बारहवीं कक्षा के बाद स्नातक के लिए यदि लड़की अपनी पढ़ाई जारी रखती है तो उसे 5000 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए कई अहम कदम उठाए गए हैं तथा अब पहली कक्षा से ही बच्चों को अंग्रेजी मीडियम में शिक्षा प्रदान की जा रही है। 

राजस्व मंत्री ने इस अवसर पर लोगों से आह्वान किया कि वे सामाजिक कुरीतियों के विरूद्ध अभियान चलाएं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में बालिकाओं की शिक्षा को बल मिल सके और उन्हें राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न नीतियों व योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। 

इस अवसर पर बेटी-बचाओ बेटी-पढ़ाओ विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा विभिन्न महिला मण्डलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों को बेटियों की अहमियत बारे जागरूक किया गया।

कैबिनेट मंत्री द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति प्रस्तुत करने वाले महिला मण्डलों को 10 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई तथा भाषण प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को 5 हजार रुपये की राशि प्रदान की गई।

इससे पूर्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सोनम नेगी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और उन्हें बेटी कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं से अवगत करवाया। 

इस अवसर पर जनजातीय सलाहकार परिषद के सदस्य सुखदेव नेगी, उपनिदेशक प्रारम्भिक शिक्षा कुलदीप नेगी, उपनिदेशक बागवानी भूपेंद्र नेगी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कविराज नेगी, कांग्रेस पाटी के पदाधिकारीगण एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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