देहरा की नवनिर्वाचित विधायक कमलेश ठाकुर ने मॉनसून सत्र की कार्यवाही में आज पहली बार हिस्सा लिया। वह मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ विधानसभा पहुंची।

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IBEX NEWS,शिमला।

देहरा की नवनिर्वाचित विधायक कमलेश ठाकुर ने मॉनसून सत्र की कार्यवाही में आज पहली बार हिस्सा लिया। वह मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ विधानसभा पहुंची।

इस दौरान सरकार के उप सचेतक केवल सिंह पठानिया भी मौजूद रहे। वहीं, हिमाचल प्रदेश विधानसभा में पिछले कुछ दिनों से बना गतिरोध मंगलवार को खत्म हो गया।

दीगर हो कि जुलाई महीने में हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव हुए थे।इस दौरान कांगड़ा के देहरा से सीएम सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर चुनाव जीती है। हिमाचल के सिसायी इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि पति और पत्नी विधायक बनें हों और फिर विधानसभा में एकसाथ नजर आए।इससे पहले, पिता पुत्र के दौरान पर 2017 में वीरभद्र सिंह और विक्रमादित्य सिंह एकसाथ नजर आए थे।बता दें कि मंगलवार को हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र का छठा दिन है।हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सेशन में पक्ष और विपक्ष के बीच चल रहे टकराव के दौरान मंगलवार को माहौल खुशनुमा देखने को मिला। दरअसल, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की धर्मपत्नी कमलेश ठाकुर एमएलए बनने के बाद पहली बार सदन में आई थीं।नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सदन में कमलेश ठाकुर से मुखातिब होते हुए हल्के फुल्के अंदाज में कहा, “भाभी जी, सीएम साहब ने सदन में सभी नए सदस्यों का स्वागत किया, लेकिन आपका नहीं किया”. ये सुनते ही सदन में हंसी गूंजी।

कमलेश ठाकुर विधानसभा उपचुनाव जीतकर सदन की सदस्य बनी हैं हालांकि विधानसभा का मौजूदा सत्र 27 अगस्त से शुरू हो गया था, लेकिन परिवार में शोक होने की वजह से वह कार्यवाही में हिस्सा नहीं ले सकी थीं और मंगलवार को एक विधायक होने के नाते पहली बार सदन में पहुंची ।


स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया ने सदन की कार्यवाही के दौरान कमलेश ठाकुर का स्वागत किया। इससे पहले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के छात्र दौर के पुराने दोस्त सतपाल सिंह सत्ती ने अपने ही अंदाज में उनका स्वागत किया. भाजपा सदस्य सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि “अब तो सदन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को कुछ भी बोलने से पहले सोचना पड़ेगा, क्योंकि अब भाभी जी भी सदन में आ गई हैं” इस पर सदन में खूब ठहाके लगे। फिर सीएम सुक्खू ने भी त्वरित प्रतिक्रिया दी, सीएम ने कहा कि “विपक्ष पत्नी का नाम लेकर उन्हें डराने की कोशिश न करें.” इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने भी मजाक करते हुए पूछा कि क्या आप अपनी धर्मपत्नी से डरते हैं, तो मुख्यमंत्री ने जवाब दिया कि “वह सिर्फ यह कह रहे हैं कि उन्हें पत्नी का नाम लेकर डराने की कोशिश न की जाए.”।

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