IBEX NEWS,शिमला।
शिमला मस्जिद विवाद मामले में नया मोड़ आ गया है। मुस्लिम पक्ष विवादित मस्जिद का अवैध हिस्सा तोड़ने को राजी हो गया है। मुस्लिम पैनल ने नगर निगम से अवैध हिस्से को सील करने को कहा है। पैनल ने कहा कि वह खुद ही उस हिस्से को गिरा देगा।मस्जिद समिति के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को शिमला नगर निगम आयुक्त भूपेंद्र कुमार अत्री को इस बारे में एक ज्ञापन सौंप दिया। साथ ही नगर निगम से संजौली में इमारत के अनधिकृत हिस्से को सील करने की गुजारिश की। मुस्लिम पक्ष ने यह भी कहा कि वे खुद उस हिस्से को गिरा देंगे।हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद विवाद जल्द सुलझ सकता है। मस्जिद कमेटी ने गुरुवार (12 सितंबर) को मस्जिद का अवैध निर्माण तोड़ने की पेशकश की। इसके लिए उन्होंने शिमला नगर निगम कमिश्नर भूपेंद्र अत्री से मुलाकात की।कमिश्नर ने बताया कि मस्जिद कमेटी ने खुद कहा कि कोर्ट ऑर्डर देगा तो मस्जिद का अवैध हिस्सा तोड़ेंगे। फैसला आने तक मस्जिद की 3 मंजिल को सील कर दिया जाए। कमेटी इसके लिए तैयार है।संजौली मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर पिछले 13 दिनों से विरोध-प्रदर्शन जारी है। पिछले दिनों हुए लाठीचार्ज के विरोध में व्यापार मंडल ने गुरुवार को शहर की सभी दुकानें बंद रखी हैं।
ताजा घटनाक्रम 31 अगस्त से शुरू हुआ, जब 2 गुटों के बीच मारपीट हुई और 6 मुस्लिम लड़कों ने यशपाल नाम के स्थानीय कारोबारी की पिटाई कर दी। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मस्जिद का अवैध निर्माण गिराने की मांग की। इसके बाद हिंदू संगठन भड़क उठे और मस्जिद तोड़ने की मांग को लेकर बुधवार को तीसरी बार प्रदर्शन किया। विवादित संजौली मस्जिद 1947 में बनी थी, तीन मंजिल पर आपत्ति संजौली में मस्जिद 1947 से पहले बनी थी। 2010 में इसकी पक्की इमारत बननी शुरू हुई तो नगर निगम में शिकायत की गई थी। अब मस्जिद 5 मंजिला है। नगर निगम 35 बार अवैध निर्माण तोड़ने का नोटिस दे चुका है।लोग मस्जिद के बाहर नमाज पढ़ते थे, जिससे नमाज पढ़ने में दिक्कत आती थी। इसे देखते हुए लोगों ने चंदा इकट्ठा किया और मस्जिद निर्माण शुरू किया। जमीन वक्फ बोर्ड की थी। मस्जिद की 2 मंजिल को लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। वक्फ बोर्ड इसकी लड़ाई लड़ रहा है।
इस मामले को लेकर बुधवार को काफी हंगामा देखा गया था। ‘जय श्री राम’ और ‘हिंदू एकता जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने जमा होकर संजौली बाजार की ओर कूच किया था। आखिरकार बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों की भीड़ इलाके में पहुंची थी।प्रदर्शनकारियों का कहना है कि कोर्ट का फैसला आने तक मस्जिद को सील किया जाए। ऐसा नहीं किया गया तो आंदोलन को उग्र किया जाएगा। मस्जिद विवाद में शिमला से सुलगी विरोध की चिंगारी अब पांवटा साहिब और मंडी तक पहुंच चुकी है। इससे माहौल तनावपूर्ण बनता जा रहा है।