IBEX NEWS,शिमला।
राजस्व, बागवानी, जनजातीय विकास एवं जन-शिकायत निवारण मंत्री जगत सिंह नेगी ने आज महाबौद्वि मंदिर परिसर रिकांग पिओ में 64 लाख रुपये की लागत से अतिथि सभा भवन एवं 23 लाख रुपये की लागत से निर्मित किन्नौर महाबौधि परिसर के सौंदर्यीकरण का लोकार्पण किया तथा उनके साथ 9 वें छोइगोन रिन्पोछे तेनजि छोएकी ज्ञाछो जी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
राजस्व मंत्री ने अपने संबोधन मे कहा कि वर्तमान राज्य सरकार बौद्ध संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है तथा इस दिशा में निरन्तर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दौर में बौद्व धर्म मानसिक तनाव दूर करने में अहम भूमिका निभाता है और युवा पीढ़ी को अपनी जनजातीय संस्कृति से प्रेरणा लेनी चाहिए और उस पर गर्व महसूस करना चाहिए।
इससे पूर्व परम पूज्यनीय 9 वें छोइगोन रिन्पोछे तेनजि छोएकी ज्ञाछो ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और बागवानी मंत्री के सहयोग की सराहना की तथा बौद्व मंदिर की गतिविधियों से उन्हें अवगत करवाया।
इसके उपरान्त कैबिनेट मंत्री ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रिकांग पिओ में जिला के सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यां के साथ शिक्षा में गुणवत्ता को बेहतर करने के उद्देश्य से आयोजित की गई बैठक की अध्यक्षता की।
जनजातीय विकास मंत्री ने उपस्थित प्रधानाचार्यों से सीधा संवाद स्थापित किया और नई शिक्षा नीति 2020 पर विस्तृत चर्चा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिला किन्नौर में शिक्षा के आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाया गया है और शिक्षकों के रिक्त पदों को भरा गया है ताकि घर-द्वार पर छात्र-छात्राओं को सुविधा मिल सकें। इसके अतिरिक्त शिक्षकों का अनुश्रवण किया जाएगा ताकि शिक्षा का स्तर बेहतर बनाया जा सके।
उपनिदेशक उच्च शिक्षा कुलदीप सिंह नेगी ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और शिक्षा विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
इस अवसर पर उपमंडलाधिकारी कल्पा डॉ मेजर शशांक गुप्ता, जिला परिषद सदस्य हितेश नेगी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सोनम नेगी, पंचायत समिति कल्पा खण्ड की अध्यक्षा ललिता पंचारस, किन्नौर महिला काँग्रेस अध्यक्षा सरोज नेगी, कैबिनेट मंत्री की धर्मपत्नी सुशीला नेगी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष निचार बीर सिंह नेगी, खण्ड विकास अधिकारी प्यारे लाल सहित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।