लोक निर्माण मंत्री ने चमियाणा चिकित्सा संस्थान तक सड़क में सुधार के निर्देश दिए।

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मनजीत नेगी/IBEX NEWS,शिमला।

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज यहां भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारियों और परियोजना निदेशकों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने प्रदेश में लोक निर्माण विभाग और एनएचएआई की लंबित और जारी परियाजनाओं की जानकारी ली और तय समय सीमा के भीतर परियोजनाओं का कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए ताकि राज्य में सड़कों की कनेक्टिीविटी सुदृढ़ हो सके। 
लोक निर्माण मंत्री ने मानसून सीजन में क्षतिग्रस्त हुई सड़कों और पुलों की भी तुरंत मरम्मत और रख-रखाव करने के निर्देश दिए ताकि निर्बाध कनेक्टिीविटी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने कहा कि बहाली कार्य के लिए जरूरत के मुताबिक श्रमशक्ति और मशीनरी को तैनात किया जाए ताकि क्षतिग्रस्त हुई आोसंरचना के कारण सथानीय लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े। 
लोक निर्माण मंत्री ने शिमला में अटल सुपर स्पेशिएलिटी चिकित्सा संस्थान चमियाणा के लिए भट्ठाकुफर से सड़क कनेक्टिीविटी के कार्य की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस परियोजना के कार्य को प्राथमिकता के अधार जल्द पूरा करें। 
उन्होंने कहा कि अस्पताल के संचालन और लोगों को प्रभावी ढंग से सेवाएं देने के लिए सड़क सुविधा बेहद जरूरी है। यह सुपर स्पेशिएलिटी चिकित्सा संस्थान लोगों को विशेषज्ञ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और  बेहतर सड़क संपर्क होने से मरीजों को लाभ होगा।

राज्य की प्रमुख सड़क परियोजनाओं के लिए केन्द्र से 293.36 करोड़ रुपये स्वीकृतः विक्रमादित्य सिंह

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार के प्रयासों के परिणामस्वरूप वित्त वर्ष 2024-25 के लिए केंद्रीय सड़क और बुनियादी ढांचा कोष (सीआरआईएफ) के तहत हिमाचल प्रदेश को 293.36 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने कहा कि स्वीकृत परियोजनाओं में राज्य के विभिन्न हिस्सों में कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे में सुधार के उद्देश्य से पांच सड़क और पुल कार्य शामिल हैं।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने निरंतर इन परियोजनाओं की वकालत की और राज्य की बुनियादी ढांचा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के समक्ष मजबूती से प्रदेश का पक्ष रखा। मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू के मार्गदर्शन और विभाग के प्रयासों से शिमला, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी जिलों में प्रमुख परियोजनाओं के लिए केंद्र से यह धनराशि स्वीकृत हुई है।
उन्होंने कहा कि स्वीकृत कार्यों में शिमला में 52 किलोमीटर टिक्कर-जरोल-गहन-ननखड़ी-खमाडी सड़क के उन्नयन के लिए 54.87 करोड़ रुपये, हमीरपुर में 20 किलोमीटर सुजानपुर टीहरा-संधोल सड़क के लिए 41.10 करोड़ रुपये, हमीरपुर में 37 किलोमीटर नवगांव-बेरी सड़क के लिए 79.25 करोड़ रुपये, कांगड़ा में गज खड्ड पर 828 मीटर उच्च स्तरीय पुल के निर्माण के लिए 86.34 करोड़ रुपये तथा मंडी में 9.6 किलोमीटर बखरोट-करसोग-सनारली-सैंज सड़क के उन्नयन के लिए 31.80 करोड़ रुपये की धनराशि शामिल है।
लोक निर्माण मंत्री ने राज्य में बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि इन परियोजनाओं से न केवल सड़कों की स्थिति में सुधार होगा बल्कि प्रदेश के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा तथा इन क्षेत्रों के लोगों के जीवन स्तर में सुधार होगा।
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विक्रमादित्य सिंह ने सड़कों और पुलों के निर्माण में गुणवत्ता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के टिकाऊपन और सुरक्षा के साथ-साथ लोगों को दीर्घकालिक लाभ मिले इसके लिए उच्च निर्माण मानकों का अनुपालन किया जाना बहुत जरूरी है।
उन्होंने निर्माण परियोजनाओं के दौरान नियमित निरीक्षण और गुणवत्ता आकलन का आह्वान किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी कार्य आवश्यक विनिर्देशों को पूरा करते हैं और क्षेत्र की जलवायु चुनौतियों का सामना कर सकते हैं।
बैठक में सचिव लोक निर्माण अभिषेक जैन, विशेष सचिव लोक निर्माण हरबंस सिंह ब्रसकोन, क्षेत्रीय अधिकारी एनएचएआई शिमला कर्नल अजय सिंह बरगोटी, परियोजना निदेशक एनएचएआई आनंद कुमार और एनएचएआई के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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