पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर बोले:पूरे देश में कांग्रेस की झूठी गारंटियों की पैंतरे को बेनकाब करेंगे: जयराम।कहा ,हिमाचल की तरह एक भी व्यक्ति को देश भर में नहीं ठग पाएगी कांग्रेस

Listen to this article


हिमाचल में अपनी गारंटियों के रिवर्स गियर में चल रही सरकार
संविधान की कसम खाकर अपने प्रावधान से चला रहे मुख्यमंत्री

शिमला: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में घूम-घूम कर कांग्रेस की झूठी गारंटियों की पैंतरेबाजी को बेनकाब करेंगे। अब देश के एक भी नागरिक को कांग्रेस की झूठी गारंटियों से नहीं ठगने देंगे। खुशी की बात यह है कि देशभर के लोगों ने कांग्रेस की झूठी गारंटियों के मॉडल को नकार दिया है। आज कांग्रेस द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान दी गई हिमाचल की झूठी गारंटियों से पूरा देश सबक ले रहा है। पूरे देश में हिमाचल प्रदेश के लोगों को सरकार द्वारा झूठी गारंटियां देकर ठगने की चर्चा है। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस सरकार एक ऐसी सरकार है जिसने विधानसभा चुनाव के दौरान दी गई गारंटियों के पूर्णतया विपरीत काम किया। हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा दी गई 10 गारंटियों और उसकी हकीकत को समझना है तो बस कांग्रेस का गारंटी पत्र पढ़ते समय जहां देंगे शब्द लिखा है उसे छीन लेंगे से बदल दीजिए।

जैसे हर साल एक लाख नौकरी देंगे या 300 यूनिट फ्री बिजली देंगे तो उसकी जगह पर सुक्कू सरकार ने डेढ़ लाख पद खत्म कर दिए 12000 लोगों को नौकरी से निकाल दिया। अभी 1000 से ज्यादा पदों पर काम कर रहे लोगों को नौकरी से निकलने का जीजान से प्रयास कर रही है। जिस पर हाईकोर्ट ने रोक लगा रखी है। पूर्व सरकार द्वारा प्रदेशवासियों को दी जा रही 125 यूनिट की बिजली की सब्सिडी खत्म कर दी और 300 यूनिट बिजली खर्च करने पर कमर्शियल रेट से बिल वसूले जाने की घोषणाकर दी। सत्ता में आते ही डीजल के दाम बढ़ा दिए, आपदा आते ही फिर से डीजल के दाम बढ़ा दिए। 1000 से ज्यादा सरकारी चलते संस्थान बंद कर दिए। बिजली के साथ फ्री मिलने वाला पानी बंद कर दिया। विभिन्न विभागों को हिमाचल पथ परिवहन द्वारा दी जा रही सुविधा छीन ली गई या उनके पास का दाम बढ़ा दिया गया। कांग्रेस सत्ता में आने के लिए दावा करेगी 20 लाख रुपए की स्वास्थ्य बीमा योजना देने की लेकिन सत्ता में आने के बाद पांच लाख रुपए की स्वास्थ्य बीमा योजना हिम केयर को बंद कर देगी। स्वास्थ्य व्यवस्था सही करने की बात करके स्वास्थ्य व्यवस्था का बंटाधार कर देंगे। व्यवस्था परिवर्तन का नारा देंगे और व्यवस्था का पतन करके दिखा देंगे।

अब कांग्रेस के झूठ का यह दौर हम नहीं चलने देंगे। देश के कोने-कोने में जाकर हिमाचल में कांग्रेस की सुक्खू सरकार की बेनकाब करेंगे। उनके एक-एक सफेद झूठ का पर्दाफाश करेंगे। हिमाचल में कांग्रेस के जिन नेताओं और मुख्यमंत्री के शुभचिंतकों को यह बुरा लगे अपने मुख्यमंत्री से कहें कि झूठ बोलने से परहेज करें। हिमाचल भाजपा मुख्यमंत्री के झूठ को बेनकाब करने में पल भर की भी देरी नहीं लगाएगा। झारखंड के रांची में मीडिया को संबोधित करते हुए जायराम ठाकुर ने कांग्रेस की गारंटियों और गारंटियों से हथियाई गई सुक्खू सरकार की हकीकत सबके सामने रखी।

जयराम ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार शपथ संविधान की खाती है और सरकार अपने प्रावधान से चलाती है। सरकार सिर्फ और सिर्फ अपने मित्रों और सहयोगियों पर ही मेहरबान रही है और उन्हें पर ही जमकर सरकारी पैसा लुटाया है। जनहित और प्रदेश का विकास कांग्रेस की प्राथमिकता में है ही नहीं। मित्रों और सहयोगियों को ही येन- केन- प्रकारेन सेटल करना ही सरकार की प्राथमिकता है। मित्रों और सहयोगियों कैबिनेट रैंक देकर, सीपीएस बना कर लाभ पहुंचाना और युवाओं के रिजल्ट रोककर रखना ही सुक्खू सरकार की नीति है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में घूम-घूम कर कहते हैं कि हमने हिमाचल की हालत बदल दी है। हमने हिमाचल में सभी गारंटियों को लागू कर दिया है। सरकार ने सारी गारंटियों को कितने अच्छे से लागू किया है यह प्रदेश के लोग जानते हैं। आज प्रदेश में विकास के सारे काम ठप हैं। 2 साल के कार्यकाल में सरकार ने एक भी युवा को भर्ती निकालकर नौकरी नहीं दी है। प्रदेश के कर्मचारियों का वेतन अगले महीने आएगा या नहीं, इसके बारे में मुख्यमंत्री को भी मालूम नहीं होता है। बाकी सुविधाओं की बात ही छोड़ दीजिए। कर्मचारियों के मेडिकल बिल पेंडिंग हैं। बाकी सारी सुविधाओं पर रोक है। सरकार हर महीने हजारों करोड रुपए का लोन लेती हैं। 22 महीने के कार्यकाल में ही 25000 करोड रुपए से ज्यादा का लोन सरकार द्वारा लिया जा चुका है। हालत यह है कि इस वर्ष लोन लेने की सीमा लगभग समाप्त हो चुकी है।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि प्रदेश में हर तरफ अराजकता का माहौल है। सरकार में आम आदमी की सुनवाई नहीं हो रही है। आए दिन सरकार के द्वारा किसी न किसी योजना को बंद करने, उसमें मिलने वाले लाभ को सीमित करने या लाभार्थियों को योजना से बाहर के उपाय किए जाते हैं।

WhatsApp Group Join Now