पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री की बेअदबी पर उग्र हुआ शिमला सैंडीकॉट।
कहा आप के स्वास्थ्य मंत्री सार्वजनिक तौर पर माफी मांगेi इस्तीफा दें,नहीं तो और उग्र होगा रुख।
मनजीत नेगी/IBEX NEWS, शिमला
किसी भी क्षेत्रीय विश्वविद्यालय का किसी क्लास का बेंच यदि खराब है वो वीसी की हो गलती नही है।उसके नीचे संबंधित सचिव, निदेशक,प्राचार्य,चिकित्सा अधीक्षक , विभागाध्यक्ष सब समन्वयक सरकार के होते है। इन सबके उपर स्वास्थ्य सचिव होता है जो सीधे स्वास्थ्य मंत्री के संपर्क में रहता है। बेंच की जगह यदि बिस्तर खराब था तो वो गलती सीधे वीसी की कैसे हो सकती है?सचिव स्टार के अधिकारी या ब्यूरोक्रेट्स को वहां क्यों नहीं लिटाया गया?स्वास्थ्य सचिव क्यों नहीं पूछे गए? इनको बैठक आयोजित करनी चाहिए थी कि कहां चूक है?ये नही कि अपनी धौंस और पावर के चलते वीसी को बेड पर लिटा दो। वीसी पिछले 50साल से अपने प्रोफेशनल में उच्च स्तर के देश विदेश में स्पाइनल सर्जन रहे हैं। इनकी दक्षता को हाल ही में चुनाव जीत कर आए आम आदमी पार्टी के एक राजनेता ने आंक कर अपनी शक्ति के बल पर मेडिकल प्रोफेशन को तार तार कर दिया।अच्छा होता कि मंत्री जी खुद ब्यां कर देते कि ये बेड लेटने लायक नहीं। इसे बदला क्यों न जाए? आफ्टर ऑल वे पब्लिक सर्वेंट है?वोट तो ऐसे ही मांगी जाती है। डॉक्टर राजबहादुर हिमाचल प्रदेश विश्व विद्यालय के आईजीएमसी शिमला के पहले बैच के एमबीबीएस है। सैंकड़ों अवार्ड और पुरस्कार ही इनकी कबलियत के गवाह नहीं अपितु हजारों,लाखों लोग दुआएं देते है जिनके घावों पर उन्होंने अपने हाथ के हुनर से मरहम लगाकर नया जीवन दान दिया है। गंभीर सड़क हादसों, नित से नई बीमारियों,दिन हो रात मरीज से कभी मुंह नहीं मोड़ा,यही वजह है कि देश विदेश से उनका नाम टॉप के स्पाइनल सर्जनों में शुमार है।हिमाचल के ऊना जिला से वे है, और यहां के लोगों की दिल के करीब भी।कौन नहीं है जो उन्हें नहीं जानता। पंजाब में उनके साथ दुर्व्यवहार पर हिमाचल के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज में हर कोई डॉक्टर दुखी है।
इसी के चलते प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला के डॉक्टरों ने पंजाब सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पर अपनी भवें तरेरी है कि कैसे वो दुनिया के मशहूर स्पाइनल सर्जन से ऐसे पेश आ सकते है।उन्होंने बेअदबी क्यूं की? हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला उनका मदर इंस्टीट्यूट है और वे इस वक्त उनके साथ खड़ा है डॉक्टर राज अकेले नहीं है।
दो टूक शब्दों में चिकित्सकों का कहना है पंजाब की
से आप सरकार के स्वास्थ्य मंत्री द्वारा की बदसलूकी की हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं।
हिमाचल मूल के डॉक्टर साहिब ने मेहनत लगन से यह शोहरत और बुलंदियाँ हासिल की।
राजबहादुर देश के सर्बश्रेष्ठ स्पाइन स्पेशलिस्ट हैं, प्रदेश उन पर नाज़ करता है।उन्होंने जीवन ही मानवता को समर्पित कर रखा है।
मंत्री की कुर्सी किसी को अधिकार नही देती कि विश्व विख्यात व्यक्तित्व के साथ बेअदब से पेश आए।सम्पूर्ण हिमाचल आप के साथ है। सैंडिकोट के अध्यक्ष डॉक्टर राजीव सूद जो एक स्वयं हड्डी रोग विशेषज्ञ है कि पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री को कुर्सी से बाहर करो या वे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे। डॉक्टर बहादुर के साथ ऐसा व्यवहार स्वीकार्य नहीं है। सैंडीकॉट के महासचिब डॉक्टर घनश्याम का कहना कि देश कोविड 19 की चुनौतियों से लड़ रहा है,मंकी पॉक्स नई बीमारी सामने है। उनसे लडने का सामना देश कैसे करे डॉक्टरों की हौसला अफजाई कैसे हो इसके उलट डॉक्टरों को सताया जा रहा है।डॉक्टर पहले ही प्रेशर में काम करते है। आप सरकार पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करें।