Breaking :पौने 11 बजे जब चार मंत्री धरना स्थल पर पहुंचे तथा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन पश्चात धरना खत्म कर पार्थिव देह को किन्नौर ले जाने पर बनी सहमति ।

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IBEX NEWS,शिमला ।


आज रात की 10:45 पर जब चार मंत्री धरना स्थल पर पहुंचे तथा दो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया तथा एक दोषी को सस्पेंड करने के पश्चात धरना खत्म कर पार्थिव देह को किन्नौर ले जाने पर सहमत हुए। विमल नेगी के परिजन देर शाम तक हड़ताल पर डटे रहे। रात सवा 10 बजे प्रदेश सरकार के चार मंत्री जगत सिंह नेगी, अनिरुद्ध सिंह, विक्रमादित्य और राजेश धर्माणी BCS पहुंचे। इनके मनाने और निष्पक्ष जांच का भरोसा देने के बाद विमल नेगी के परिजनों ने हड़ताल को खत्म किया। गुस्साए परिजनों ने दोपहर बाद 4 बजे से ‌‌BCS-न्यू शिमला सड़क को बंद कर रखा था। यहां पर परिजन डेडबॉडी के साथ प्रदर्शन करते रहे।गुस्साए लोगों ने राजस्व मंत्री जगत सिंह की मौजूदगी में सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। मंत्री के वहां से जाने पर उनके खिलाफ भी नारेबाजी की गई।

शिमला HPPCL के कार्यालय लाई गई विमल नेगी की डेड बॉडी, दफ्तर के बाहर रखी डेड बॉडी, परिजन बोले MD हरिकेश मीणा और डायरेक्टर देश राज को किया जाए सस्पेंड तभी उठाएंगे डेड बॉडी, मामले की सीबीआई जांच की भी उठाई मांग, मौके पर पहुंचे राजस्व मंत्री जगत नेगी के भी लगे मुर्दाबाद के नारे,
पत्नी किरण नेगी बोली उनके ऊपर हरिकेश मीणा और देश राज द्वारा बनाया जा रहा था गलत काम करने का दबाव, वह आत्म हत्या नहीं कर सकते।

विमल नेगी के शव को चक्का जाम में बैठे परिजनों से मिलने के लिए कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी विक्रमादित्य सिंह, अनिरुद्ध सिंह,और राजेश धर्माणी पहुंचे।
इस दौरान लोकनिर्माण मंत्री ने परिजनों के साथ जमीन पर बैठ कर ढांढस भी बंधाया और कैबिनेट मंत्री जगत नेगी ने अपने फोन से मुख्यमंत्री की बात परिजनों से करवाई। इसके बाद परिजनों ने शव को घर ले जाने का फैसला किया और चक्का जाम समाप्त किया।

न्यू शिमला थाना में पुलिस ने मृतक की पत्नी की शिकायत पर FIR दर्ज हुई है।मामले में मृतक की पत्नी किरण नेगी की शिकायत पर न्यू शिमला पुलिस थाना में एफआईआर कर ली है।मृतक की पत्नी ने बताया कि गलत फाइल पर साइन करने के लिए उन पर दबाव डाला जाता था। उनके पति रात दो-दो बजे तक बैठकर काम करते थे। उन्होंने बताया कि छुट्टी मांगने पर डायरेक्टर उनकी एक्सप्लेनेशन कॉल कर देता था। उन्होंने कहा, चीफ इंजीनियर बच्चों को किन्नौर छुट्टी पर ले जाना चाहते थे। लेकिन नहीं दी। उनका काफी दिन से बीपी फ़्लक्चुएट कर रहा था।

शिकायत में आरोप लगाया गया कि पावर कॉरपोरेशन के उच्च अधिकारियों द्वारा उनके पति को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्हें देर तक काम करने के लिए मजबूर किया जाता था और वे उनकी बीमारी के बाद भी छुट्टी मंजूर नहीं कर रहे थे, जिसके कारण उनके पति ने अपनी जान दे दी।विमल नेगी के परिजनों का कहना है कि एमडी हरिकेष मीणा और डायरेक्टर देसराज रात 12-12 बजे तक काम करवाते थे। चेकअप के लिए छुट्टी तक नहीं दी जाती थी। विमल नेगी के मामा ने बताया कि कुछ दिन वह उनके घर में आए थे। तब वह बात भी ढंग से नहीं कर पा रहे।मृतक के परिजन दोनों अधिकारियों को सस्पेंड करने, FIR और CBI जांच पर अड़े ।

  • दस मार्च से लापता चीफ इंजीनियर विमल नेगी का शव 18 मार्च को बिलासपुर स्थित गोबिंदसागर झील में मिला था। नेगी के लापता होने के बाद उनकी पत्नी ने सीएम को पत्र लिखकर पावर कॉरपोरेशन के एमडी हरिकेश मीणा, निदेशक देसराज समेत अन्य उच्च अधिकारियों पर उनके पति को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
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