बजट सत्र के 8वें दिन विमल नेगी मामले पर तपा सदन,  HPPCL के अधिकारी विमल नेगी की मौत पर चर्चा के लिए विपक्ष ने सदन में लाया काम रोको प्रस्ताव, चर्चा न मिलने पर विपक्ष का सदन से वाक ऑउट, सीबीआई जांच की रखी मांग, पढ़ें पूरी खबर

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IBEX NEWS,शिमला ।


हिमाचल प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के दौरान आज सदन में HPPCL के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की संदिग्ध मौत सदन में खूब हंगामा हुआ। विपक्ष ने मामले को लेकर काम रोको प्रस्ताव लाया लेकिन स्पीकर ने प्रस्ताव मंजूर नहीं किया जिस पर विपक्ष ने सदन से वॉक आउट कर दिया। विपक्ष ने मुख्यमंत्री के सदन में दिए बयान पर हैरानी जताई और कहा कि आखिर सरकार सीबीआई जांच क्यों नहीं करवाना चाहती है।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विमल नेगी की मौत पर कई सारे सवाल है इसलिए विपक्ष ने सदन में काम रोको प्रस्ताव लाया लेकिन मुख्यमंत्री ने इस विषय पर कुछ भी कहने से मना कर दिया। सरकार के चार मंत्री धरना स्थल पर पहुंचे और परिजनों पर धरना खत्म करने का दबाव बनाया गया।

FIR में एक ही अधिकारी का नाम है जबकि दूसरे अधिकारी को बचाने के लिए केवल पोस्ट का नाम ही FIR में मेंशन किया गया है। सीबीआई की जाँच को लेकर सरकार स्पष्ट नहीं कर रही है और क्यों सरकार ने चार लोगों को दरकिनार कर देशराज को डायरेक्टर बनाया यह प्रश्न परिवार और HPPCL के कर्मचारी उठा रहे हैं जिसके लिए निष्पक्ष जांच की मांग हो रही है।

एचपीपीसीएल की कार्यप्रणाली पिछले लंबे समय से विवादों में रही है इसलिए इस सारे मामले पर सीबीआई जांच होनी चाहिए। एक ईमानदार अधिकारी को क्यों प्रताड़ित किया जा रहा था यह सवाल हैं जिनका जवाब सरकार को देना होगा।

विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की रहस्यमयी मौत के दोषियों को बचाने का आरोप लगाते हुए सदन से वॉकआउट किया। विमल नेगी का शव मंगलवार को स्वारघाट के पास भाखड़ा बांध से बरामद किया गया था। ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर मामले को दबाने का आरोप लगाया। जय राम ने सवाल किया, जब मैंने मुख्यमंत्री से इस मामले पर बोलने के लिए कहा तो उन्होंने स्पीकर को इशारा कर दिया कि वे चर्चा की अनुमति न दें। सरकार क्या छिपा रही है? उन्होंने प्रदर्शनकारी कर्मचारियों और विमल नेगी के परिवार की मांग के अनुरूप सीबीआई जांच की मांग की।

सरकार को चेतावनी दी कि अगर निष्पक्ष जांच का आदेश नहीं दिया गया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे।

भाजपा ने आरोप लगाया कि FIR में स्पष्ट रूप से देस राज का नाम है, लेकिन एमडी के पदनाम का भी उल्लेख है। फिर भी, सरकार विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी की बातों को अनदेखा करते हुए आरोपियों को बचाने में व्यस्त है ।भाजपा की टीम ने एचपीपीसीएल मुख्यालय के बाहर विरोध स्थल पर किरण नेगी से मुलाकात की और शीर्ष अधिकारियों को निलंबित करने की परिवार की मांग का समर्थन किया। मुख्यमंत्री को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए।

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