उनका कहना है कि उच्च रक्तचाप: एक मौन खतरा जिसे आप नियंत्रित कर सकते हैं।कैसे? सुनिए उन्हें और अपनाइए उनके दिए टिप्स और बचें
IBEX NEWS,शिमला
भारत में हर चार में से एक वयस्क उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) से ग्रस्त है, जो दिल के दौरे, स्ट्रोक और किडनी फेल होने के प्रमुख कारणों में से एक है। इसे अक्सर “साइलेंट किलर” कहा जाता है क्योंकि इसके कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते, जब तक कि यह गंभीर जटिलताओं का कारण न बन जाए।वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ पीसी नेगी कह रहे हैं कि उच्च रक्तचाप के कई कारण ऐसे हैं जिन्हें बदला जा सकता है, जैसे अधिक नमक का सेवन, मोटापा, शारीरिक गतिविधि की कमी, धूम्रपान, शराब का सेवन और लगातार तनाव। यदि मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल भी नियंत्रित न हों, तो खतरा और बढ़ जाता है।
सौभाग्य से, उच्च रक्तचाप को रोकना और नियंत्रित करना संभव है। अपने आहार में फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और कम वसा वाले दूध उत्पाद शामिल करें। नमक, प्रोसेस्ड फूड और मीठे पेय कम लें। सप्ताह में कम से कम पाँच दिन, रोज़ाना 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि ज़रूरी है। धूम्रपान छोड़ें, शराब सीमित करें और योग, ध्यान या गहरी साँस लेने जैसी तकनीकों से तनाव को कम करें।
उतना ही ज़रूरी है नियमित रूप से रक्तचाप की जांच कराना, खासकर यदि आपकी उम्र 30 वर्ष से अधिक है या परिवार में हाई बीपी का इतिहास है। घर पर या स्वास्थ्य शिविरों में बीपी की समय-समय पर जांच से इसे समय रहते पहचाना और रोका जा सकता है।
याद रखें—अपने नंबर जानिए, जीवन बचाइए। आज नियंत्रण कीजिए, ताकि कल बेहतर हो।