नई मशीन से मिल रही राहत__डॉक्टर अविनाश
IBEX NEWS, शिमला
मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद पेश आ रही दिक्कतों के लिए कबाइली जिला किन्नौर में N D_ येग लेजर मशीन रामबाण साबित हो रही है। ऑपरेशन के बाद भी जिन मरीजों की आंख की रोशनी की किरण धुंधली हो गई थी उस पर ये नई मशीन मरहम लगा रही है। जिला के रिकॉंगपीयो अस्पताल में ये स्थापित की गई है। अस्पताल के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ अविनाश नेगी ने बताया कि स्विस मेड फेंको मशीन से 3 साल के भीतर आजतक 2126 ऑपरेशन किए है । 27920 लीगो की आंखों की जाँच की गई। इस मशीन के अभाव में इससे पहले मरीजों को प्रदेश के बाहरी राज्यों की और रुख करने को बाध्य होना पड़ता था।
एन डी- येग लेज़र मशीन से मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद लेंस के पीछे बनने वाली झिल्ली को 15 मिंट में बिना ऑपरेशन के हटाया जाता है।वही मशीन आंखों के अंदर आइरिज टिशू को होल करने में भी सहायक सिद्ध होता है। डॉ अविनाश ने इस मशीन के स्थापित किए जाने पर उपायुक्त किन्नौर सहित सतलुज जल विधुत निगम लिमिटेड के धन्यवाद किया है।
उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय चिकित्साल्य रिकांगपिओ में आंखों के ऑपरेशन के लिए अत्याधुनिक फेंको मशीन के बाद मरीजो की सुविधा के लिए एन डी- याग लेज़र मशीन को स्थापित की है।इसके बाद अस्पताल आंखों के इलाज को लेकर अत्याधुनिक मशीनरी से लैस हो गया है। जिससे मरीजो को शिमला,चंडीगढ़ या अन्य चिकित्सालय में जाने की जरूरत नही पड़ेगी।चिकित्सालय में फेंको मशीन सहित सोनोग्राफी व अन्य सभी आधुनिक मशीन पहले से ही है।