IBEX NEWS ,शिमला
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंडी द्वारा रद्द होने के बावजूद दिल्ली से हिमाचल की जनता से रूबरू होते हुए हुंकार भरी कि भाजपा की सरकार एक बार फिर सता पर काबिज होगी। मंडी के पड्डल मैदान में शनिवार को आयोजित भाजपा की युवा विजय संकल्प रैली वर्चुअल संबोधित कर रहे थे। खराब मौसम के खलल से तय रैली में न पहुंच पाने पर उन्होंने जनता से क्षमा मांगी और कहा फिर आऊंगा।
अमृतकाल में भारत की प्रगति को गति देने का हर अवसर हिमाचल में मौजूद है। यहां के लोग भाजपा सरकार की वापसी का मन बना चुके है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की तरह हिमाचल की जनता ने भी इस बार भाजपा को दोबारा सत्ता पर लाने का मन बना लिया है। दोनों राज्यों की जनता ने जिस तरह 5 साल बाद सरकार बदलने की रिवायत को बदला है उसी तरह हिमाचल में भी भाजपा की सरकार एक बार फिर सत्ता में आएगी।
उन्होंने भाजपा के पक्ष में मतदान करने की भी अपील की। हजारों की संख्या में भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ता और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने मंडी के पड्डल मैदान में खूब उत्साह से उन्हें सुना।
उन्होंने संबोधन में कहा कि देश के 3 राज्यों को फार्मा हब के रूप में विकसित किया जा रहा है जिसमें हिमाचल प्रदेश भी एक है। इससे दवाइयों के कच्चे माल की निर्भरता काफ़ी हद तक कम होगी।
हिमाचल प्रदेश एक वैश्विक फार्मा हब बनेगा।
देश में मुद्रा योजना में बिना बैंक गारंटी के करीब 19 लाख करोड़ के और हिमाचल में भी करीब 14,000 करोड़ रुपये के कर्ज दिए गए हैं। इससे होम स्टे, रेस्टोरेंट आदि को गति मिली है। हिमाचल में किसानों-बागवानों के लिए कोल्ड चेन, एग्रो प्रोसेसिंग, फ्रूट प्रोसेसिंग आदि का नेटवर्क तैयार हो रहा है।
देश में मुद्रा योजना में बिना बैंक गारंटी के करीब 19 लाख करोड़ के और हिमाचल में भी करीब 14,000 करोड़ रुपये के कर्ज दिए गए हैं। इससे होम स्टे, रेस्टोरेंट आदि को गति मिली है। हिमाचल में रोजगार और स्वरोजगार के हजारों नए अवसर मिले हैं। किसानों-बागवानों के लिए कोल्ड चेन, एग्रो प्रोसेसिंग, फ्रूट प्रोसेसिंग आदि का नेटवर्क तैयार हो रहा है।
आठ साल में केंद्र सरकार ने हिमाचल में एनएच के रखरखाव और विस्तार के लिए करीब 14 हजार करोड़ दिए हैं। 2014 से पहले के आठ वर्षों में दो हजार करोड़ रुपये से भी कम मिलते थे। यानी उनकी सरकार ने पहले की सरकार के मुकाबले सात गुणा ज्यादा धनराशि दी है। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर तेजी से काम चल रहा है। पहाड़ी प्रदेशों में रोपवे के विस्तार की योजना है।
केंद्र सरकार ने हिमाचल के हाटी समुदाय को जनजातीय सूची में जोड़ने का निर्णय लिया है। सिरमौर के गिरिपार क्षेत्र में रहने वाले लोगों और युवा वर्ग को इसका लाभ होगा।
यहां के कौशल के बारे में बताते हैं। हिमाचल के युवाओं ने हमेशा देश को गौरवान्वित होने का अवसर दिया है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी गांधी बाबा कांशी राम समेत कई स्वतंत्रता सेनानियों ने राज्य में स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर विभिन्न गतिविधियों में भाग लिया। आजादी के तुरंत बाद जम्मू-कश्मीर पर हुए हमले से लेकर कारगिल युद्ध में हिमाचल के जांबाजों ने सर्वोच्च बलिदान देकर मां भारती का सिर ऊंचा किया है। देश की रक्षा के साथ देश को सम्मान दिलाने में भी हिमाचल के युवा कमाल करते रहे हैं।
मोदी ने कहा कि हाल ही में संपन्न हुए कॉमनवेल्थ खेलों में बेटी प्रियंका ने क्रिकेट, वरुण ने हॉकी और विकास ने वेट लिफ्टिंग में शानदार प्रदर्शन किए हैं। खेल हो या कला। पार्टी हो या सरकार। हिमाचल के युवाओं की प्रतिभा देश के काम आ रही है। मुख्यमंत्री, सांसद , मंत्री हर जगह भाजपा में युुुवाओं का प्रतिनिधित्व सबसे अधिक है। भाजपा देश के युवाओं, हिमाचल के युुवाओं पर सबसे अधिक भरोसा करती है।
हिमाचल को दिए कई शिक्षण और अन्य संस्थानों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कौन
हिमाचली होगा, जिसे इस पर गर्व नहीं हो। मोदी ने कहा कि बिलासपुर का एम्स बनकर तैयार हो चुका है। मोहाली में जिस कैंसर अस्पताल का लाभ हिमाचल को होने वाला है, यह टाटा अस्पताल मुंबई का हिस्सा है। उन्हें बहुत खुशी है कि हिमाचल के बेटे और बेटियां भी अब स्टार्टअप इंडिया, आत्म निर्भर भारत फंड आदि के लिए काम कर रहे हैं। आठ साल में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी काम हो रहा है।
इनमें आईआईटी मंडी युवा जोश से सराबोर है, इसके अलावा सिरमौर में आईआईएम, ऊना में
आईआईआईटी, एम्स मंडी, अब शिमला के बाद मंडी में विश्वविद्यालय और धर्मशाला में केंद्रीय विश्वविद्यालय है। हर बड़े क्षेत्र से जुड़े प्रीमियम संस्थान हिमाचल में भी हैं। इसका लाभ हिमाचल के बेटे-बेटियों को होने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण शुरू करते हुए और खत्म करते हुए दो बार युवाओं से माफी मांगी। उन्होंने कहा कि वह सभी युवा साथियों से क्षमाप्रार्थी हैं कि हिमाचल नहीं आ पा रहे हैं और दिल्ली से ही उन्हें वर्चुअल माध्यम से जुड़ना पड़ रहा है।